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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org डगडोलना डगडोलना- - अ० क्रि० यौ० दे० ( अनु० ) डगमगाना, हिलना । डगडोर - वि० दे० ( हि० डोलना ) चंचल, चपल, अस्थिर । डग - संज्ञा पुं० (सं०) चार मात्राओं का गण ( प० ) । 66 उगना - डिगना+अ० क्रि० दे० ( हि० डग ) हिलना, चलना, डोलना, स्थान छोड़ना । डिंगै न संभु सरासन कैसे " - रामा० । डगमग - वि० यौ० दे० ( हि० डग + मग = रात ) चंचल, अथिर, हिलने या काँपने वाला, डाँवाडोल, डगामाग | संज्ञा, स्त्रो० डगमगी । " ७८५ b. डगमगाना ० क्रि० दे० (अनु० ) इधरउधर डोलना, हिलना । डगमगान महि दिग्गज डोले - रामा० । संज्ञा, पु० डगमग, कंपन | डगर-डगर-संज्ञा स्त्री० दे० ( हि० डग ) राह, रास्ता, मार्ग, पंथ, डगरिया ( ० ) । डगरना* - अ० क्रि० दे० ( हि० डगर ) चलना, राह पकड़ना, रास्ता लेना । प्रे० रूप० - डगराना, डगरवाना | डग-संज्ञा, पु० दे० ( हि० डगर ) राह, मार्ग, डहर ( ग्रा० ) | संज्ञा, पु० (दे० ) छावा, छवरा डलरा, मार्ग, गली, पंथ । 66 कहाँ गयो मनमोहन स्याम डगरिया सूझि न परी ” सूर० । डगri - संज्ञा, पु० (हि० डागा ) नगाड़े बजाने की चोब या डंडा, डागा । यौ०——काँपना । डगा -- पद्मा० । 16 31 डगाना - स० क्रि० दे० ( हि० डिगना ) चंचल होना, टलना, हटना, खिसकना, स्थान त्यागना । डट - संज्ञा, पु० (दे० ) निशाना | डट जाना - जम कर बैठना, तैयार होना, लग जाना । डटना - अ० क्रि० ( हि० ठाढ़ ) भली भाँति स्थिर या तैयार होना, घड़जाना, ठहरा भा० श० को० २०६६ डपटना रहना, जम या लग जाना, सजना, पहिनना । रसिया की डीठि डटि जात 66 39 - रत्ना० । * – स० क्रि० दे० (सं० दृष्टि ) देखना, ताकना, खूब खाना । Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir उटाना- - स० क्रि० दे० ( हि० डटना ) किसी पदार्थ को दूसरे से भिड़ाना, सटाना या मिलाना, जमाना खड़ा करना, सजाना, पहनाना । प्रे० रूप — डरवाना, डटाना । डटाई - संज्ञा, स्त्री० दे० ( हि० डटना) डटाने का काम या मज़दूरी | डटैया - वि० दे० ( हि० डटाना ) डाटने या डटाने वाला, उद्यत, प्रस्तुत, तैयार I डट्टा - संज्ञा, पु० दे० ( हि० डाटना ) डाट. काग, बड़ी मेख, हुक्के का नैचा, साँचा । उड्ढार - वि० दे० ( हि० डाढ़ी ) बड़ी डाढ़ी वाला, शूर वीर, साहसी । डढ़ना डढ़नि ---- संज्ञा, स्त्री० दे० (सं० दग्ध) उढ़ियल - वि० दे० (हि० डाढ़ी ) बड़ी डादी युक्त, डाढ़ी वाला । डढ़ीई, डा, डढ़वा - वि० दे० (सं० दग्ध) जला हुआ, दग्ध | संज्ञा, पु० दे० (सं० दग्ध ) पाताल यन्त्र से निकाला गया तेल । कछु कहि चला तबल देह डहूढ़ना स० क्रि० दे० (सं० दग्ध ) --डगामग जलन, डाह । डढ़ना अ० क्रि० दे० (सं० दग्ध ) जल जाना, जलना, कुढ़ना । उढ़मुंडा - वि० दे० यौ० ( हि० ) जिसकी मूँड़ दी गई हो । डहार डढारा - वि० दे० (हि० डाढ़ ) डाढ़ों या डाढ़ी वाला । -- जलाना । डढ्योर-डयोरा - वि० दे० ( हि० डाढ़ी ) डाढ़ी वाला ! डपट - संज्ञा, स्त्री० दे० ( सं० दर्प ) फटकार, घुड़की, झिड़की, डाँट । यौ०1 -डॉटडपट | संज्ञा, स्त्री० दे० ( हि० रपट ) घोड़े की वेगवान गति । डपटना - स० कि० दे० ( हि० डपट ) क्रोध For Private and Personal Use Only
SR No.020126
Book TitleBhasha Shabda Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRamshankar Shukla
PublisherRamnarayan Lal
Publication Year1937
Total Pages1921
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size51 MB
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