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लेपन
लेही लेपन-संज्ञा, पु० (सं.) लेपना, लेपने की । लेवार--संज्ञा, पु० (दे०) गीली मिट्टी, वस्तु, मरहम, उबटन आदि। वि० लेप- गिलावा, दीवाल पर छाप लगाने की मिट्टी, नीय, लेपित, लिप्त ।।
लेप, लेवा। लेपना-स० कि० दे० (सं० लेपन) छोपना लेवाल, लेवार ... संज्ञा, पु. द. (हि. ( ग्रा० ), गीली और गाढ़ी वस्तु की तह | लेना वाल----प्राट'०) लेने या खरीदने चढ़ाना, लीपना ।
वाला। लेपालक-संज्ञा, पु. यौ० ( हि० लेना--- लंचास ... संज्ञा, पु० (दे०) गव. लेट । स्त्री. पालना ) दत्तक या गोद लिया लड़का, (दे०) लेने की इच्छा ! पालट ( प्रान्ती०)।
लेत्रया--संज्ञा, पु. ( हि० लेना। वैया ----- लेपालना-२० क्रि० यौ० (हि. लेना प्रत्य०) लेने वाला, लेवा, ग्राहक । पालना ) किसी को किसी से लेकर पुत्र के लेश-- संज्ञा, पु० (सं०) चिह्न, अणु, सूक्ष्मता, समान पालना-पोसना, दत्तक पुत्र बनाना, संसर्ग, संबंध, लगाव, लेम (दे०)। एक गोद लेना।
अलंकार जिसमें किसी वस्तु के वर्णन के लेपित--वि० (सं.) लिप्त, लेप किया या । एक ही अंश में रोचता हो । वि० --- थोड़ा, लीपा हुआ।
रंच, अल्प । यौ० - लेश-मात्र। ले रखना-स० कि० यौ० ( हि. लेना+ लेश्या--- संज्ञा, स्त्री (सं०) जीव, जीव की रखना ) संचय या संग्रह करना, एकत्रित वह दशा जिसमें वह कर्म से बँधता है । करना, रक्षित रखना।
लेषना, लेखना--स० कि० दे० ( दि. ले रहना—स. कि० यौ० (हि. लेना-- लखना) समझना. लखना, देखना, विचारना, रहना ) संगी या साथी बनाना, साथ लेकर लिखना । रहना, अपने अधिकार में करना, लेकर ही लेखना--स० क्रि० दे० ( सं० लेश्य ) बारना, शांत होना।
जलाना, डंक मारना । " लेसा हिये ज्ञान लेवा -लेरू-संज्ञा, पु. द. ( सं० लेह ) का दिया "..-पहा । स० क्रि० दे० (हि.
लयरू, लयरुवा, लएरू (ग्रा.), बछड़ा, लस) किसी वस्तु पर लेख लगाना या पोतना, बछवा।
दीवार पर मिट्टी का गिलावा छोपना, लेला--संज्ञा, पु. (दे०) भेड़ का बच्चा, । लीपना, सटाना, चिपकाना, चुगली खाना। मेमना ।
लेसालस-- संज्ञा, पु. यौ० (दे०) लिपाई, लेलिह-संज्ञा, पु. (सं०) साँप, सर्प, नाग । सब पोरों से लिपाई का काम होना। लेलुट-वि० दे० यौ० (हि० लेना - लूटना) लेह-संज्ञा, स्त्री० (दे०) जल्दी, शीघ्रता, लेकर न देने वाला, लैलूट (दे०)। उतावली । स० वि० (सं०) लेना। लेव-संज्ञा, पु० दे० (सं. लेप्य ) लेप, लेहन-संज्ञा, पु० (सं० लिह ) चाटना । बटलाई श्रादि बरतनों के पेंदे पर उन्हें आग लेहना--- संज्ञा, पु. द० (हि. लहना, लहना । पर चढ़ाने से पूर्व मिट्टी श्रादि का लेप, । स० क्रि० द० (सं० लेहन ) चाटना । लेवा (ग्रा० )।
लहाज-संज्ञा, पु. (दे०) लिहाज (फ़ा०)। लेवा - संज्ञा, पु० दे० (सं० लेप्य ) लेप, लेहाज़ा-लिहाजा--क्रि० वि० (अ०) इस कह गिल, गिलावा । वि० दे० (हि. लेना) लिये, इस वास्ते। लेने वाला। यौ-लेवा-दई ( लेवा- हो--संज्ञा, स्त्री० द० (हि. लई ) लेई देवा)-लेन देन ।
___ लपसी।
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