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लड़बड़
लतमार युद्ध करना, भिड़ना, परस्पर प्राघात करना, लड़ी--संज्ञा, स्त्री० (हि० लड़) पंक्ति, माला, मल्लयुद्ध करना. बहस, तकरार, या हुज्जत रस्सी का एक तार, श्रेणी, लरी (दे०) । करना, विवाद या भगड़ा करना, टकराना स० क्रि० स० भू० (स्त्री०) लड़ना ।। या टक्कर खाना, मुकदमा चलाना, पूरा पूरा लड़ा -लड़वा---- संज्ञा, पु० दे० (सं० ठीक बैठना, सटीक होना, लक्ष्य पर पहुँचना, लडडुक ) मादक, लड्डू. एक मिठाई, लाडू भिड़ आदि का डंक मारना, लरना (दे०)। (प्रान्ता० )। संज्ञा, स्त्री० लड़ाई। वि०-लड़ाका, लड़या। लड़ता-वि० दे० (हि० लाड़ --दुलार -+-एता लड़बड़-वि० (दे०) हकला, तुतला .... प्रत्य० ) दुलारा, लाड-प्यार से इतराया लड़बड़ाना----अ० कि. द० ( हि० लड़बड़) हुश्रा, लाडला. लाडिला, ढीठ, शोख, हकलाना, तुतलाना, लड़खड़ाना । प्रिय, यारा, धृष्ट । वि० दे० ( दि. लड़ना) लड़वावला-वि० दे० यौ० ( हि० लड़ = | योद्धा, लड़ने वाला, लड़ाका । लड़कों का सा- चावल ) मूर्खता-सूचक, लडडू-संज्ञा, पु० दे० ( सं० लड्डुक , मोदक, भनारी, बेसमझ, मूर्ख, गनगर, अल्हड़ । ला , लडुवा, मिठाई, लाड़। मुहा० स्रो० लड़बावनी।
--ठग के लडडू खाना--पागल या लड़ाई--संज्ञा, स्त्री० ( हि० लड़ान - आई- बेहोश होना, ना समझी करना । मन के प्रत्य ) युद्ध, संग्राम, मल्लयुद्ध, झगड़ा लडडू (मन-मोदक) खाना या मोड़ना मिहंत, तारार विवाद, बहस, टक्कर, विरुद्ध, -व्यर्थ किसी बड़े लाभ की कल्पना करना। युक्ति या चाल लगाना, मुकदमा चलाना, लड्याना - २० क्रि० दे० (हि. लाड़ -- वैर, विरोध, किसी मामले में सफलतार्थ दुलार ) दुलार करना, दुलराना, लाड़-प्यार विरुद्ध यत्र ।
करना, लड़ाना। लड़ाका--वि० दे० ( हि. लड़काआका लढ़ा-- संज्ञा, पु० दे० (हि० लुढ़कना) बैलगाड़ी, प्रत्य० ) योद्धा, शूरवीर, झगडालू. तकरारी, छकड़ा, बड़ी गाड़ी । स्त्री० लढो। विवादी, बहसो, लडाँक ( ग्रा० )। स्त्री० लढ़िया --- लाज्ञा, स्त्री० दे० ( हि० लुढ़कना ) लड़ाकी।
_बैलगाड़ी, छोटी गाड़ी, छोटा छकड़ा। लड़ाना-स० कि० (हि० लड़ना का ० स० रूप) लहा--- संज्ञा, स्त्री० द. ( हि० लढ़ा ) छोटी दूसरे को लड़ने या झगड़ने में लगा देना, बैलगाड़ी. छोटा छकड़ा। भिडाना, परस्पर उलझाना, तारार या लत--संज्ञा, स्त्री० दे० (सं० रति ) दुर्व्यसन, हुज्जत करा देना, सफलतार्थ प्रयोग करना, कुटेंव, बुरा स्वभाव, बुरी पादत ।। टकर खिलाना, लक्ष्य पर पहुँचाना । स० कि० लतरवार-ततालारा--वि० यौ० दे० (हि. (ह. लड़ == प्यार ) दुलार या लाड़-प्यार लात + खोर == खाने वाला-फा० ) लाता की करना। "जो पै है कुपूत तौ तिहारेई ।। मार सदा खाने वाला, निर्लज्ज, कमीना, लडाये हैं' -रता।
नीच, पायदाज, गुलाम-गर्दा । स्त्री०- लललड़ायता - वि० दे० (हि. लड़ेता) खोरिन । संज्ञा, स्त्री० लत-खोरो। लड़ता, दुलारा, प्यारा, लडेती (व०)। लत-मर्दन - ज्ञा, स्त्री० यौ० ( हिं० लात + "सोई पारबती को लडायतो सु लाल है" मर्दन स० ) लातों से मलना, लतमार,
लतखोर। लड़ियाना- स० कि० (दे०) गॅथना, पिरौना, लतमार-वि• यौ० दे० (हि. लात+ पोहमा, लड़वाना।
मारना , लतखोर, निर्लज्ज, कमीना, नीच ।
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