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राजसारस
१४८५
राजोपजीवी की समाज या दरवार, राजमंडली, राज | राजाभियोग-संज्ञा, पु. यौ० ( सं० ) प्रजा सभा । " राजपमाज विराजत रूरे" की इच्छा के विरुद्ध राजा का कार्य करना । -रामा।
रामावत- संज्ञा, पु० (सं०) बाजवर्त नामक राजसारस - संज्ञा, पु. (सं०) मोर, मयूर। एक उपरन, लाजवर्द (दे०)। राजसिंहासन-संज्ञा, पु. यौ० (सं.) रागिनी.-संज्ञा, स्त्री. ( सं० ) प्रवलि, राजा के बैठने का सिंहासन, राजगद्दी, पाँति, पंति, श्रेणी, कतार, रेखा, राई । राजासन ।
"शुचिष्यपाये वन-राजि पल्वलम्"-- रघु०। राजसिक-वि. ( सं० ) रजोगुणी, रजो- राजिका-ज्ञा, सी० ( सं० ) राई, पंक्ति, गुणोत्पन्न ।
रेखा, लकीर, श्रेणी। राजसिरी*--संज्ञा, स्त्री० दे० (सं० राजश्री) राजित - वि० (सं० ) शोभित, विराजित । राजश्री, राज-लक्ष्मी।
राजिव-हाज्ञा, पु० दे० ! सं० राजीव ) राजमी-वि० ( हि० ) राजा के योग्य,
कमल, राजीव । “ भरि पाये दोउ राजिव राजाओं का सा, बहुमुल्य ।
नैना"--रामा । राजसूय-संज्ञा, पु. ( सं० ) चक्रवर्ती सम्राट
राती-संज्ञा, स्त्री. (सं० ) पंक्ति, श्रेणी। के करने योग्य यज्ञ, जिसमें अन्य राजा
___“ राजीव-राजीवश लोलभृग'-.-माघ । सेवक बनते हैं।
राजी- वि० । अ० ) सुखी, खुश, प्रसन्न, राजस्थान - संज्ञा, पु. यौ० (सं० ) राज
सम्मत, नीरोग, अनुकूल, कही बात के पूताना, राजा का स्थान, । वि. संज्ञा, राज
मानने में तैयार, राती (दे०)। यौ०स्थान की भाश । स्त्री. राजस्थानी।
राजो-'बुशी-क्षेम कुशल : -( संज्ञा, राजस्व-संज्ञा, पु. ( सं०) राज-कर।
स्त्री० रजामंदी अनुकूलता )। राजहंस-संज्ञा, पु. यो. (सं० ) एक बड़ा
राजीनामा-संज्ञा, पु० (फा०) स्वीकृति हंस, सोना पक्षी । स्रो. राजहंसी । “राज. हंस बिन को करै, क्षीर नीर को दोष"
या सम्मति-पत्र, अनुकूलता का लेख, वादी
प्रतिवादी की परस्पर एकता या मेल का -नीति। राजा- संज्ञा, पु० (सं० राजन् ) नृप, भूपाल,
लेख । प्रभु, स्वामी, अधिपति, किसी देश या
राजीव-संज्ञा, पु. (सं०) कमल । समाज का मुख्य शासक और रक्षक,
" राजीव लोचन स्रवत जल तन ललित मालिक, अंग्रेजी सरकार से बड़े रईसों को
पुल कावलि बनी"- रामा० ।। मिलने वाली एक उपाधि, प्रिय, पति, सुन्दर
राजीव गण--संज्ञा, पु. (सं०) १८ मात्राओं (व्यंग-श्राधु०)। स्त्री० सं० राज्ञी, हि गनो। ___ का एक छंद (पिं०)। 'रविरिव राजते राजा" - चं० व्या०। राजुक-संज्ञा, पु० (सं०) मौर्य वंशीय राजाज्ञा-संज्ञा, स्त्री० यौ० (सं० ) राज्ञा का राजाओं के समय का सूबेदार या राजआदेश या हुक्म ।
कर्मचारी। राजाधिराज-संज्ञा, पु. यौ० (सं०) सम्राट, राजेंद्र-राजेश्वर-संज्ञा, पु. यौ० (सं.)
शाहंशाह, राजराजेश्वर, राजामों का राजा। राजाओं का प्रधान, राजाओं का मुखिया, राजानक-संज्ञा, पु. (सं०) संस्कृत-काव्य
राजाधिराज, गजेश। स्त्री. राजेश्वरी। शास्त्र के एक प्रमुख लेखक, राजानक रुग्यक, राजोपजीवी--संज्ञा, पु. यौ० (सं०) राज(सं०) प्राधीन राजा।
कर्मचारी।
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