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मित्री १४११
मीठा मिस्री-संज्ञा, स्त्री० (अ० मिस्त्र ) मिग्य देश ' मीच, मी---संज्ञा, स्त्री० दे० ( सं० मृत्यु )
का निवासी या संबंधी, मिस्र देश का, मृत्यु, मौत । "धर्म करिय, प्रभु जस कहिय मिस्र देश की भाषा. मिसिरी, मिश्री, साफ जानि सीम पै मींच"। करके जमाई हुई दानेदार चीनी ।
चना-- स० कि० अ० (दे०) मूंदना मिस्ल-वि० (अ०) तुल्य, बरामर, समान। (आँख . ढकना. मिचना, मरना, बंद होना। मिस्सा-संज्ञा, पु० दे० ( हि० मिसना ) मीजना- स. क्रि० दे० (हि. मोड़ना ) कई दालों के मेल से बना श्राटा या मसलना मलना, मर्दन करना, दबाना । पिसान । स्त्री० वि०-लिस्मी-कई अन्नों के मीजा-संज्ञा, पु० (प्रान्ती०) चने के बेसन मिले श्राटे की रोटी।
से बना एक सालन: मिस्सी-संज्ञा, स्त्री० दे० ( फा० मिसो = तावे । सीत--संज्ञा, पु० (दे०) मसूर, कलाई का) दाँतों का एक काजा मंजन जो बहुधा विशेष । सौभाग्यवती स्त्रियाँ लगाती हैं। मीड़ -- संज्ञा, रसी० दे० (सं० मोडम् )मिहदी-संज्ञा, स्त्री. (दे०) संहदी, एक संगीत में दो गवरों के मध्य का संधिभाग, वृक्ष विशेष जिपकी पत्ती से स्त्रियाँ हाथ-पाँव या दो स्वरों का ऐमा मिलान जिसमें दोनों रंगती है।
स्पष्ट रहें (संगी)। मिहना--संज्ञा, पु. (हे.) ताना, बोली- मोहना।- स० क्रि० दे० ( हि० मांडना) उठोनी । मुहा० --पिहना मारना -- मल ना. मसलना, हाथों से दबाना । ताना मारना, ठठोली करना!
शीश्राद-संज्ञा स्त्री० (अ० अवधि, म्याद, मिहनत, मेहनत--संज्ञा, स्रो० अ०) परिश्रम, विश्राद (दे०) ।
मशक्कत । वि० -मिहनती, मेहनती। मीयादी- वि० (अ० मीमाद -+ ई-प्रत्य०) मिहरा-संज्ञा, पु० (दे०) हिजड़ा, जनखा, नियत अवधि वाला, मियादी, म्यादी
नपुंसक, मेहरा। मिहरारू संज्ञा, स्त्री० (दे०) महराक (गा०) पीनना--स० कि० दे० (सं० मिप= ची नारी।
झपकना) पाखें मूंदना या बंद करना । मिहरी-संज्ञा, स्त्री. (१०) स्री, नारी, स० रूप ---मिचाना प्रे० रूप मिचवाना। कहारिन, महरी।
भीच, मीनु ---- संज्ञा, स्त्री० दे० (सं० महाना-- अ० कि० (दे०) सीड़ना, गीला मृत्यु ) मौत । "तिथ मिसु मीचु सीस होना, भीगना।
पै नाची".-रामा०। मिहानी-संज्ञा, स्त्री० (दे.) मथानी। मीजान-पंज्ञा, स्त्री० (अ०) योग, जोड़ मिहिका-संज्ञा, पु. (सं०) नीहार, कुहरा। (गणि.). तरा । मुहा०-मीजान देना मिहिर--संज्ञा, पु० (सं०) सूर्य चन्द्रमा. (लगाना) -- जोड़ना । बादल, मदार, या पाक का पौधा, खत्रियों । मीठा-वि० दे० ( सं० मिष्ट ) मधुर, मधु की एक जाति, मेहरा, मेहरोत्रा।। __ या चीनी मा स्वाद वाला । " मीठा मीठा मिहिरकुल, मेहरूलगुल - संज्ञा, पु. (फा० । कुछ नहीं मीठा जाकी चाह"-- नीति । महूगुल का सं० रूप ) शाकल देश के इण स्वादिष्ट, मज़ेदार, रुचिर, मध्यम, मंद, वंशीय राजा नरमान (तोरमाण) का पुत्र । हलका, धीमा, सुस्त, साधारण, मामूली, मांगी --संज्ञा, स्त्री० दे० ( सं० मुद्ग = दाल ) ! नपुंसक, नामर्द. सीधा, रोचक, प्रिय, पीन के भीतर का गूदा, गिरी।
रुचिकर । नोनीली ! संज्ञा, पु० --मिठाई,
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