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मितंग
मिज़ाजदर तबीयत । मुहा०-लिजाल भराव होना (करना)---दुर्दशा होना (करना) । यौ०-मन में दुम्व. अग्नसन्नतादि होगा, बीमारी मिट्टी-खराबी--- दुर्दशा, विनाश. बरबादी। या अस्वस्थता होना। सिजावाना- राव, भस्म, शरीर, देह, वदन । सुहाकिसी के स्वभाव से परिचित होना, अनुकूल त्रिी समीद करता-बरबार करना, या प्रसन्न देखना । मजालना - यह दुर्दशा करना, स्वराबो करना । मुरदा, पूछना वि शाप स्वस्थ तो है शरी: तो अच्छा ला, शव, मृतक, शारीरिक गठन, चंदन है। घगर, अभिमान, शेखी। मुहा० ... का सार जो इतर में दिया जाता है . मिजाज न मिलना--मंड के मारे किसी मिश्री काल-संज्ञा, पु. यौ० (हि से बात करना । यो जाली मिट्टी तेल ) तेल जैसा एक तरल खानिज करना--मारना । वर्गस्य ।।
पदार्थ जोथ्वी से निकलता और जलाने मिजाजदर ....वि. म. गिज्ञानदार के काम पाता है। फ़ा० ) यांडी, अभिमानी, मिरा
-- ज्ञा, घो० दे० ( हि० मीठा ) चूमा, मिजाज शरीफ-~-वाश्य. (अ भाप बन ।
कुशलक्षेम से तो हैं, आप रहे तो हैं ! -Mज्ञा, ५० दे० । हि० मीठा - ऊ .... मिजाजी वि० दे० ( ० मिजाज -ई- प्रत्य० ) मीठा बोलने वाला, तोता, मृदु. प्रत्य. ) मंडी।
मापरभाषी । वि०-गौन था चुप रहने टिना---० कि०
किमी वाला, अनबोला. प्रियभाषी प्यारी बातें रेखा या चिन्ह आदि कान रह जाना. कहने वाला। विनष्ट या बरबाद हो जाना. खराब हो मित्र.वि. ( हि मीठा ) मीरा का संक्षिप्त जाना । २० रूप मियाना, मिटाना, प्रे० रूप गोगिय में जैसे पिठनोल। रूप लिटायमा, दिवाना
बोला---ज्ञा, पु० यौ० दे० ( दि. मिटिया-संज्ञा, सी० (दे०; या, गरी।
भी बोलना ) मार या प्रियभापी, मिट्टी -- संज्ञा, सी० दे० ( सं० मृतिका । पृथ्वी
सापटी जो उपर से मोटी गीली बातें करने के धरातन का चूर्ण-जैा पदार्थ, वा..
__ वाला हो। धूलि, जमोन, भूमि को नई कहान. राव भिटी, सी--मंझा, सी० (३.८) मटरी.
भूति भस्म, देहे, शरीर, मनीदे) सकीन परवान विशेष । बुहा --- मिट्टी करना-.ट मा बराबरलाना--संज्ञा, पु० यो० दे० । हि. करना लोक मॉल -..बहुत सरता भी - जन : नोन ) कान नमक वाला।
ग्री डालना--- दोष छिपाना, किसी शिलाई--- संज्ञा, मो०६० ( हि० मीट! पाई बात को जाने देना। मिली देता- --प्रल्यमान्न, मापुरी मिठास मीठी काब से तीत तीन मुट्टी मिट्टी कोड़ना, वस्तु, अच्छा पदार्थ । कब में साइना (सुबल. ) कि .मिलास----झा, स्त्री. हि० मीठा । यार------ मिना मिलाना नष्ट गा चौपट त्य) मार्य, मीठापन, मिठाई । होना. परना ) मरना, ( मारना), मिट्टी विहिया - रा, स्त्री० (१०) चुंबन, चूमा करना (होना ..... नष्ट करना (होना)। मिट्टी। यो-रिटी का पहला----मनुष्य का नितंग-fiell, पु० दे० सं० मितंगम् । शरीर । मुहा०--मिट्टी मरान होना हाथी।
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