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मगज़पच्ची
मगज़पच्ची - संज्ञा, स्त्री० यौ० ( हि० मगज़ + पचाना) किसी कान में दिमाग़ या मस्तिष्क बहुत खपाना, सिर खपाना, मगज मारना । मगज़ी - संज्ञा, स्त्री० (३०) वस्त्र के छोर पर लगी हुई गोट |
मग संज्ञा, पु० (सं०) आठ वर्णिक गणों में से एक शुभ गए जिसमें तीनों वर्ण गुरु होते हैं, (जैसे - राजाकी sss ) इसका देवता भूमि है | मगन (दे० ) ( पि० ) 1 मगद-मगदल संज्ञा, पु० दे० ( सं० मुद्ग ) मूँग या उरद के थाटे का लड्डू | मगदा - वि० सं०मग + दा -- प्रत्य० ) राह या रास्ता दिखाने वाला, मार्ग-प्रदर्शक, मार्ग-दर्शक, पथ प्रदर्शक |
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मगदूर* - संज्ञा, पु० दे० ( ० मक़दूर ) मक़दूर, सामर्थ्य, समाई, वश । मगध - संज्ञा, पु० (सं०) दक्षिणीय बिहार प्रान्त का पुराना नाम, कीकट, बंदीजन । मगधदेश में जरा संघ है महाबली जग
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० संज्ञा, माग
जानै" - कु० वि०ला० । वि० संज्ञा स्त्री० मागधी । मगन - वि० दे० (सं० मग्न ) डूबा या समाया हुआ, लीन, प्रसन्न, निमन । 'लगन लगाये तुम मगन बने रहो। " मगना श्र० कि० दे० ( सं० मग्न ) डूबना, लीन या तन्मय होना । वि० (दे० ) मग्ना (सं०) ।
मचलाहट । मा० श० को ०
मगर - संज्ञा, पु० दे० ( सं० मकर ) घड़ियाल नाम का एक जल-जंतु, मछली | संज्ञा, पु० ( स० मग ) ब्रह्मा का अराकान प्रदेश जहाँ मग जाति के लोग रहते हैं । अव्य० परन्तु, पर, लेकिन, किन्तु । यौ० – मगर मस्त | मगरमन्त्र -- संज्ञा, ५० दे० यौ० (सं० मकर मरस्य ) वड़ियाल या मगर, बड़ी मछली । मगरा - वि० (दे० ) ढीठ, पृष्ठ निर्लज्ज, भिमानी, घमंडी | मगराई - संज्ञा, त्रो० (६०) ढिठाई, घटता,
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मघवा
ढिठाई,
मगरापन - संज्ञा, पु० (दे०) धृष्टता, मचलाई, अहंकार, घमण्ड | मगरी-मगुरी - संज्ञा स्त्री० दे० (सं० मकरी) मगर की मादा, मछली विशेष । मग़रूर - वि० ( ० ) अभिमानी, अहंकारी, घमण्डी, मगरूर (दे० ) । मुहा०-- मग़रूर का सरीवा - घमण्डी की बे इज्जती ।
6.
मगरूर देख देख के चल दिल में याद - स्कु० ।
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रख
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मगरूरी - पज्ञा, स्रो० ( अ० मग़रूर + ई०. प्रत्य० ) श्रभिमान, हंकार, घमण्ड, मगरूरी (३०) । "करे कोई लाख मग़रूरी उसी घर सब को जाना है "- - स्फु० । मगरेल मगरेला - संज्ञा, पु० (दे०) एक बीज विशेष, छप्पर का ऊपरी सिरा । भगसिर संज्ञा, पु० दे० ( सं० मार्गशीर्ष )
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गहन का महीना | संज्ञा, त्रो० दे० ( सं० मृगशिरा ) मृगशिरा नक्षत्र | मगह-मगहय मगहर संज्ञा, पु० दे० ( सं० मगध ) मगध देश | 16 नाय मरे मगहर की पाटी -कबी० । मगहपति - - संज्ञा. पु० दे० ( सं० मगधपति ) मगध देश का राजा, जरासंघ । मगही - वि० दे० (सं० मगह + ईप्रत्य० ) मगध देश का, मगध देश संबंधी, मगध देश में उत्पन्न, मबई ( ग्रा० ) । मग हैया - संज्ञा, पु० (दे०) मगध देश का वासी, मगध देश का । मगु-मग्गी - संज्ञा, पु० दे० (सं० मार्ग ) राह, पंथ, मार्ग, रास्ता, मग (दे० ) । "मोहिं मग चलत न होइहि हारी - रामा० । मग्ज संज्ञा, पु० ( ० ) दिमाग़, मस्तिष्क, भेजा, गूदा, मोंगी, गिरी । मग्न - वि० (सं० ) निमज्जित, डूबा हुआ, लिप्त, लीन तन्मय, हर्षित, प्रसन्न, खुश, नशे में मस्त, निमग्न, मगन (दे० ) । संज्ञा, खो० मता । मघन -- संज्ञा, पु० ( दे० ) सुगंध, महक । मघवा - संज्ञा, पु० (सं० मघवन् ) इन्द्र,