________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
पटी
पारे, कंथा काहि उदाऊँ " -- सूर० । यौ० मुहा०-- पटिया पारना- - बाल सवारना पटी - - संज्ञा, स्त्री० दे० (सं० पट ) कपड़े का कम चौड़ा लंबा टुकड़ा, पटुका, कभरबंद, परदा ।
पटोर - संज्ञा, पु० (सं०) एक चंदन । " सीर समीर उसीर गुलाब के नीर पटीर हूँ ते सरसाती " - दास० । पपीहा, कत्था, वटवृक्ष, कामदेव |
२०५८
पटीलना- - अ० क्रि० दे० ( हि० पटाना ) किसी को उलटी-सीधी बातों से समझाना, परास्त करना, बना था उड़ा लेना, कमाना, ठगना, पूरा या समाप्त करना, बलात् हटाना। मुहा० - किसी के मत्थे (सिर) पटीलना- किसी के ऊपर छोड़ना । पटु - वि० (सं०) दत्त, कुशल, प्रवीण, चतुर, निपुण, चालाक, कठोर हृदय, स्वस्थ, तीखा, तीच्ण, प्रचंड, उग्र । सं० पु० (दे०) परवल, नमक-करेला ( प्रान्ती० ) | संज्ञा, स्त्री० (सं०) पटुता, पटुत्व
पटुमा पटुवा - संज्ञा, पु० दे० (सं० पाट ) पटसन ( प्रान्ती०) जूट, लटियासन, करेमू । पटुका पटुका - संज्ञा, पु० दे० (सं० पट्टिका ) कमर बंद, कमर पेंच !
पटुता - संज्ञा, स्त्री० (सं०) निपुणता, चतु
राई, प्रवीणता, दक्षता | संज्ञा, पु० पटुत्व | पटुत्व - संज्ञा, पु० (सं०) निपुणता, चतुराई । पटुली - संज्ञा, स्त्री० दे० (सं० पट्ट ) चौकी, पीढ़ी, झूले का पटला, तख़्ती । पटूस - संज्ञा, पु० (दे०) पुरुषार्थ, पटुता, चतुरता ।
पुरुषत्व
पटेबाज़ - संज्ञा, पु० दे० ( हि० पटा + बाज़ फा० ) पटा खेलने वाला, पटे से लड़ने वाला, धूर्त्त, व्यभिचारी पटैत । संज्ञा, स्त्री० पटेबाज़ी |
पटेर -- संज्ञा, पु० दे० (सं० पटेरक) गोंद पटेर । पटेल- पटेल -- संज्ञा, पु० दे० ( हि० पट्टा
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
For Private and Personal Use Only
पट्टिका
PEREKONO
+ ऐल - प्रत्य० ) नम्बरदार, जमींदार, पट्टा देने वाला, गाँव का मुखिया, चौधरी, एक उपाधि (महारा० ) ।
पटेला - संज्ञा, पु० दे० ( हि० पाटना ) मध्य भाग्य में पटी नाव, हेंगा, सिलपटिया, पटेला प्रा० ) तख़्ता । त्रो० प्रल्पा० पटेली। पटेत - संज्ञा, पु० दे० (हि० पटेबाज़ ) पटेबाज़ | पटेला - संज्ञा, पु० दे० (हि० पटरा ) किवाड़, बंद करने की चौकोर लंबी लकड़ी, व्योंड़ा, तख़्ता ।
पटोर -- संज्ञा, पु० दे० (सं० पटोल ) परवर, पटोल, रेशमी कपड़ा, पटोल । पटोरी-संज्ञा, स्त्री० दे० (सं० पाट + थोरी - प्रत्य० ) रेशमी धोती या साड़ी । पटोल- संज्ञा, पु० (सं०) परवल, रेशमी कपड़ा. " बासा पटोल त्रिफला " - बै० जी० । पटोलिका - संज्ञा, स्त्री० (सं०) सफेद फूल की तुरई ।
पटोहिया - संज्ञा, पु० (दे०) उल्लू पत्ती | पटौनी - संज्ञा, स्त्री० (दे०) पटी नाव । पट्ट - संज्ञा, पु० (सं०) पाटा, पीढ़ा, पट्टी, तख़्ती, ताम्रपत्र, शिला, पटिया, पट्टा, ढाल, पगड़ी, दुपट्टा, नगर, चौराहा, राज-सिंहासन, रेशम, पटसन । वि० (सं० ) प्रधान, मुख्य | वि० ( अनु० ) पट । मुद्दा० - पट्ट होना (आँखे ) - नेत्र ज्योति जाना, आँख फूटना। पट्ट पड़ना - चौपट होना । पट्टदेवी - - संज्ञा, स्त्री० यौ० (सं०) पटरानी । पट्टन -- संज्ञा, पु० (सं०) शहर, नगर। "मोती लादन पिय गये, धुर पट्टन, गुजरात " - गिर० । पट्टमहिषी - संज्ञा, स्त्री० यौ० (सं०) पटरानी । पट्टा - संज्ञा, पु० दे० ( सं० पट्ट ) भूमिका, अधिकार-पत्र जो जमीदार किसान या
सामी को देता है । सह० - कवूलियत । कुत्तों के गले की बद्धी, पीढ़ा, जुल्फें, चपरास, कमर बंद, एक तलवार । पट्टिका - संज्ञा, स्त्री० कपड़े की छोटी पट्टी,
(सं०) छोटी तख़्ती, पत्थर की पटिया ।