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अनुतारा
अनुपयोगी अनुनारा~संज्ञा, स्रो० (सं० ) उपग्रह, अनुनय-संज्ञा, पु० (सं० ) विनय, विनती, उपतारा, जैसे चंद्रमा।
प्रार्थना, मनाना, विनम्र कथन । अनुत्तर -वि० (सं० ) निरुत्तर, कायल, अनुनाद - संज्ञा, पु. ( सं० ) प्रतिध्वनि, बे उत्तर या लाजवाब । संज्ञा, पु० दक्षिण प्रतिशब्द, गूंज। दिशा, स्वामी, अधः, स्थिर।। अनुनादित- वि० ( सं० ) प्रतिध्वनित, अनुत्कंठा-संज्ञा, स्त्री. (सं०) निरुद्वेग, | | जित, गुंजित । उत्कंठा-रहित ।
अनुनाद क-वि० (सं० ) प्रतिध्वनि करने अनुदय-संज्ञा, पु० (सं० ) उदय के पूर्व वाला। काल, उदय-रहित, प्रातः, भोर (दे०) अनुनासिक---वि० ( सं० ) मुख और सवेरा, बिहान (दे०) ऊषाकाल ।
नाक से बोला जाने वाला स्वर या वर्णअनुदात्त-वि० ( सं० ) छोटा, तुच्छ, जैसे ङ, अ, ण, न, म, नासिका सम्बन्धी, नीचा ( स्वर ) अनुदार, लघु (उच्चारण ) सानुनासिक। संज्ञा, पु० (सं० ) स्वर के तीन भेदों में से अननुनासिक-- वि० (सं०) जो अनुनासिक एक।
न हो। अनुदार- वि० (सं० ) अतिशय, दाता अनुप-वि० (सं० ) अनुपम, अतुल्य, नहीं, अदाता, कृपण, स्त्रीवश-वर्ती, अनुत्तम। अपूर्व । भा० संज्ञा, स्त्री० अनुदारना-कृपणता। अनुपकारी-वि० (सं० ) अहितकारी, अनुदिन .. कि० वि० (सं० ) नित्यप्रति, अनुपकारक । संज्ञा, पु० (सं०) अनुपकार, प्रतिदिन, रोज़ाना, रोज़मर्रा, प्रत्यह, नित्य, । उपकार-रहित । भा० संज्ञा, स्त्री. (सं०) सदा, सर्वदा, हमेशा।
अनुपकारिता अहितकारिता । अनुद्वाह-संज्ञा, पु. ( सं० ) अविवाह, | अनुपम- वि० ( सं० ) उपमा-रहित, बेअनूढावस्था, कुमारता, फुपारपन ( दे० )। | जोड़, उत्तम, श्रेष्ठ, अद्वितीय, जिसकी अनुद्विग्न-वि० (सं० ) निश्चिन्त, उद्वेग- समानता न हो सके। भा० संज्ञा, स्त्री० रहित, स्वस्थ, स्थिर, शान्त, अखिन्न ।
। (सं०) अनुपमता। अनुद्वेग-वि. ( सं० ) उद्वेग-हीन, अनुपमेय -वि० (सं० ) असदृश, असम, अव्याकुल, अविकल, निश्चिन्त, स्वस्थ ।
अतुल्य, अनुपम, विषम, अद्वितीय, बेअनुद्यम --संज्ञा, पु. (सं०) उद्यम रहित,
जोड़। अनुपयुक्त-वि० (सं० ) अयोग्य, बे ठीक,
अनुचित, अयुक्त, असंगत, जो उपयुक्त अनुद्यमी–वि. (सं० ) उद्यम न करने
न हो। वाला, निरुद्यमी, अनुद्योगी।
अनुपयुक्तना-संज्ञा, स्त्री. ( सं० ) अनुद्योग-संज्ञा, पु. (सं०) उद्योग-रहित । अयोग्यता, अयुक्तता, उपयुक्तता-रहित । अनुद्योगी-वि० (सं०) उद्योग न करने | अनुपयोग--संज्ञा, पु. ( सं० ) व्यवहार का वाला, निरुद्यमी।
_ अभाव, कार्य में न लाना, दुर्व्यवहार। अनुधावन-संज्ञा, पु० (सं०) पीछे चलना, | अनुपयोगिता-संज्ञा, स्त्री० ( सं० )
अनुसरण, अनुकरण, नकल, अनुसंधान । उपयोगिता का अभाव, निरर्थकता। अनुधाधक-वि० अनुसरण करने वाला। अनुपयोगी- वि० (सं०) बेकाम, व्यर्थ अनुधाषित-वि० पीछे चलता हुधा। का, निरर्थक ।
यत्रहीन ।
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