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IV. 350 ई० के आसपास की उत्तरी लिपियां
21. परिभाषा और विभेद बग्रेज, फ्लीट13 और अन्य विद्वानों की भाँति 'उत्तरी लिपियों' से मैं भी अभिलेखों और साहित्य की लिपियों के उस विशाल वर्ग का ही तात्पर्य ग्रहण करता हूँ
192. फलक IV, V और VI निम्नलिखित रूप में तैयार किये गये हैं : 193. फ्ली., गु. इं. (का. इं. ई. III) पृ. 3 तथा आगे की प्रतिकृतियों से ।
फलक IV अभिलेखों को प्रतिकृतियों से अक्षर काटकर स्त. I, II, III : फ्ली. गु. इं. (का. इं. इं. 3) फल. 1 स्त. IV : वही, फल. 5 स्त. V, VI : वही, फल. 9, A स्त. VII : वही, फल. 9, B. स्त. VIII : ए. ई. I, 238 के फलक से । स्त. IX: फ्ली. गु. ई. (का. इं. इं. 3), फल. 16 स्त. X, वही, फल. 22 स्त. XI, XII : वही फल. 30, B, और 31. A, B. स्त. XIII, XIV : वही फल. 41, A. स्त. XV, XVI : ए. ई. I, 10 के फलक से । स्त. XVII : इ. ऐ. IX, 172, सं. 7, 8, 9 के फलक से । स्त. XVIII, XIX : फ्ली. गु. इं. (का. इं. इं. 3) फल. 28. स्त. XX : इ. ऐ. XVIII, 234 के फलक से । स्त. XXI, इ. ऐ. XV, 112 के फलक से । स्त. XXII. इ. ऐ. XI, 108 के फलक से । स्त. XXIII. इं. ऐ. XV, 140 के फलक से ।
फलक V स्त. I : ए. ई. I, 97 की छाप के फोटो लिथोग्राफ से । अन्य स्तंभ अभिलेखों को प्रतिकृतियों के अक्षर काटकर स्त. II : ए. ई. I, 160 के फलक से । स्त. III : ए. ई. I,242 के फलक से ।
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