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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir विषय-प्रवेश। NARA उन दिनों एक महीने भर खुब आनन्दसे भरपट भोजन करने में प्रति मनुष्य, दस आने, छः पाई खर्च पड़ता था, जिसका लेखा इस प्रकार है एक महीनेका भोजन । अकबरका समय वर्तमान समय १९१८ : गेहूँ २० सेर मूल्य )४॥ दालमग ४ ,, , ८॥ चावल ५,, , -) शक्क र ४ ,. , )२।। २) घृत ४ ,, ,, २॥ योग ॥६॥ __ योग १८) यह खर्च एक अच्छे खानेपीनेवाले मनुष्यका है । निर्धन और कम आयवाले मनुष्यका गुजर पाच आने नौ पाईमें बखूबी होता था। वर्तमान समयमें बहुत किफायत करने पर भी एक आदमीका मासिक भोजन-व्यय सात या आठ रुपयेसे किसी प्रकार कम नहीं हो सकता । यही कारण था कि अकबरके सैनिकोंका मासिक वेतन तीन या चार रुपये होता था, और उसीमें वे आनंद-पूर्वक बेखटके अपना तथा अपने परिवारका पालन करते थे। कहते हैं-" लखनऊ नगरका प्रसिद्ध इमाम-बाड़ा उस समय बना है जब कि भारतमें बड़ा भारी दुर्मिक्ष था। उस समय गेहूँ एक रुपयेके २४ सेर थे!! __भारतकी प्राचीन सभ्यताके विषयमें मि० एम० लुई जेको लियर साहब लिखते है: For Private And Personal Use Only
SR No.020121
Book TitleBharat me Durbhiksha
Original Sutra AuthorN/A
AuthorGaneshdatta Sharma
PublisherGandhi Hindi Pustak Bhandar
Publication Year
Total Pages287
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari
File Size12 MB
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