________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www. kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
भारत-भैषज्य-रत्नाकर
पांचवां भाग चिकित्सा-पथ-प्रदर्शिनी
(१) अग्निमान्याजीर्णविसूचिकाधिकारः नम्बर. नाम. प्रयोग संक्षिप्त गुण. ७८६९ सैन्धवादिचूर्णम् अग्निदीपक कषाय-प्रकरणम्
| ७८७४ सैन्धवाचं, अग्निदीपक ७२७७ श्वेतपर्णासमूल अजीर्णको शीघ्र नष्ट क- ७८७५ , , अग्निको शीघ्र दीप्त योगः करता है।
करता है। चूर्ण-प्रकरणम्
| ७८८३ सौवर्चलाय, अग्निमांग ७२८८ शतपुष्पादि चूर्णम् भग्निसंदीपक
८४६९ हरीतक्यादि, अग्निवर्द्धक ७३११ शुण्ठ्यादि , क्षुधावक । सरल योग
८४७४ , , प्रवृद्ध अजीर्ण, धूमोद्दार ७३१७ , , अजीर्ण
८४७५ , , अजीर्ण ७३१८ , योगः , मलावरोध
८४७९ , रसायन अग्निदीपक । रसायन ७३१९ शुण्ठ्याचं चूर्ण अमिमान्य ८४८३ हिगुद्वादशकं अरुचि, अजीर्ण ७८४२ सिंहचूर्णम्
८४८७ हिङ्ग्वष्टकं , अग्निवर्द्धक, वातरोग७८४३ , ,
नाशक ७८४५ सिंहराज,चूर्णम् अजीर्ण, विपूचिका, प्लीहा ८४८८ हिङ्ग्यादि , अफारा, मलावरोध, ___ नाशक, अग्निदीपक
अग्निमांध, अरुचि ७८४८ हरिद्रादिक्षारः अग्निवर्द्धक ८४९२ हिंग्वादि , विचिका, अफारा, ७८६७ सैन्धवादिपूर्णम् अग्निदीपक, रोचक,
शूल, मलावरोध पार्श्वभूलनाशक
"
For Private And Personal Use Only