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चिकित्सा-पथ-प्रदर्शिनी
३६७
ज्वराधिकार
cor
प्रमेह
संख्या प्रयोग-नाम प्रधान गुण । संख्या प्रयोग-नाम प्रधान गुण लेह-प्रकरण
अञ्जन-प्रकरण १५४ अष्टाङ्गावलेह दुर्जय सन्निपात, श्वास, |२१७ चातुर्थिकारि चौथिया, ज्वर,मिरगी,उन्माद
खांसी, तन्द्रा, हिचकी | ३३२ अर्द्धनारीनटेश्वर ज्वर नाशक ४०३ आमलकाधवलेह ज्वर,मूर्छा,खांसी,श्वास,
५९५ अञ्जन वटी सर्व ज्वर ७७९ कदफलादि खांसी,श्वास, ज्वर, कफ
नस्य-प्रकरण ७८० कणादि ज्वर, खांसी ८०१ कुरण्टकादि जीर्णज्वर,अग्निमाध,श्वास. २२६ अगस्तिपत्र चौथिया ज्वर
कास,धातुगत अनेक ज्वर ९२९ कणादि रोजाना, तिजारी आदि घृत-प्रकरण
रस-प्रकरण १६२ अमृतपद्पल रोजाना, तिजारी आदि | २७७ अचिन्त्यशक्ति सर्व ज्वर ज्वर,बवासीर,श्वास,कृशता
२९१ अपूर्वमालिनीवसंत जीर्ण-ज्वर, विषम ज्वर, १६४ अमृतादि विषम ज्वर,क्षय, अरुचि, कामला,
३१४ अमृतकलानिधि पित्त-कफ-ज्वर, अग्निमांथ ८४१ कुलत्यादि कफ,वायु, हृद्रोग, तिल्ली, | ३३२ अर्द्धनारीनटेश्वर ज्वर-नाशक प्रसिद्ध अंजन
जीर्णज्वर, ग्रहणी, गुल्म, ३४० अल्प ज्वरांकुश सर्व ज्वर
श्वास, कास ३५१ अष्ट मूर्ति भौतिकञ्चर, तिजारी, चौथिया ८४५ कोलादि विषम ज्वर
आदि तैल-प्रकरण
४४७ आरोग्यरागी नवीन ज्वर, सन्निपात १८९ अश्वगन्धादि सर्वज्वर, क्षय, धातुवर्द्धक ५३७ उमाप्रसादन शीत, ज्वर, चौथिया, तिजारी ५९३ कङ्गारक सर्वज्वरों में प्रसिद्ध । ९३६ कजली वृष्य, वृंहण, योगवाही ४२७ आरनाल तैल ज्वर, दाह ।
| ९३७ ,, सन्निपात, रक्तातिसार, खूनी के, ८६९ किरातादि पित्तञ्चर,विषमज्वर,धातु
योगवाही गतज्वर, पांड, शोथ
| ९४४ कनकसुन्दर सन्निपात, विष, रक्तविकार, आसवारिष्ट-प्रकरण
भगन्दर १९५ अमृतारिष्ट सर्वज्वर नाशक प्रसिद्ध | ९५२ कफकुठार कफ-ज्वर ५८३ एलाधरिष्ट मसूरिका, विसर्प, विषम- ९५४ कफकेतु सन्निपात, कफ, पीनस, शिरोज्व, खांसी, भगन्दर
रोग, कंठरोठ धूप-प्रकरण
| ९६७ कल्पतरु वात-कफ-ज्वर, श्वास, मोह, २११ अगुर्वादि रुग्दाह सन्निपात
शीत, हैजा, छींक आना
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