________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kalashsagarsuri Gyanmandir
2॥१५॥
सक
उहाइत्ता २ तत्थेव २ मुनो २ पचायाहिति, सम्बत्थवि णं सस्थवज्झे वाहवकंतीए कालमासे कालं किया जाई इमाई भुयपरिसप्पविहाणाई भवंति, तंजहा-गोहाण नउलाण जहा पनवणापए जाव जाहगाणं, तेसु अणेगसयसहस्सत्तो सेसं जहा स्वहचराणं जाव किया जाइं इमाई उरपरिसप्पविहाणाई भवंति, तं०-अहीणं अयग| राणं आसालियाणं महोरगाणं, तेसु अगसयसह जाय किया जाई इमाई चउप्पदविहाणाई भवंति, सं0एगखुराणं दुखुराणं गडीपदाणं सणहपदाणं, तेसु अणेगसयसहस्स जाब किचा जाई इमाई जलयरविहाणाहं भवंति २०-मच्छाणं कच्छमाणं जाव सुसुमाराणं, तेसु अणेगसपसह जाव किया जा इमाई चाउरिदियविहाणाई भवंति, तं-अंधियाणं पोत्तियाणं जहा पनवणापदे जाव गोमयकीडाणं, तेसु अणेगसयसह जाब किया जाई इमाई तेहंदियविहाणाई भवंति, सं.-उवधियाणं जाव हथिसोंडाणं तेसु अणेगजाब किचा जाई इमाई बइंदियविहाणाई भवंति २०-पुलाकिमियाणं जाव समुहलिक्स्वाणं तेसु अणेगसयजाब किवा जाइं इमाई पणस्साविहाणाई भवंति, सं.-इलाणं गुच्छाणं जाप कुहणाणं, तेसु अणेगसय जाब पचायाइस्सह, उस्सनं चणं कड्यरुक्खेतु कडपबल्लीसु सम्वत्याविणं सस्थयजो जाव किवा जाई इमाई चाउकाझ्याविहाणाई भवंति, संजहा-पाईणवायाणं जाव सुदवायाणं तेसु अणेगलयसहसजाव किया जाइं इमाइं तेउवाइयविहाणाई भवंति, | सं०-इगालाणं जाब सरकंतमणिनिस्सियाणं, तेस बणेगसयसा जाब किचा जाई इमाई भाउकाइयविहाणाई वंति,०-उस्साणं जाव खातोषगाणं, तेसु बगेगसपसहजाब पछयातिस्सा, उस्सयां पण खारोवएस्सु
For Private And Personal