________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
भागीरथ कोष.
(४) (चाटो ) मिट्टी का घड़ा । Jatt (3) (चादर ) कपड़े की चद्दर, ओढ़ना ।
2 ) ( चार ) दूत, धावन, २ का दुगुना ४ । situate (४) (चारपाई) खट्वा, शय्या, खटिया । Jai () (चार नाचार) लाचार, अवश ।
() (चारा ) भूसा, पशुभक्ष्य । bipast (3) (चाबुकसवार) अश्वशिक्षक |
7 (E) (चारयारी) महम्मदू के चार मन्त्री । Saita (i) (चाश्ट) सुबह का समय । gils (5) (चाशनी) मिसरी या बूरे का ताव । 5- (E) ( चाक़ ) बलवान् , बली, बलिष्ठ, अरोगी । + (-) (चाक ) फटा हुआ, स्फुटित ।
+ () (चाकर) सेवक, नौकर, पराधीन । must (3) (चाकसू) एक प्रकार की औषध ।
2 (5) ( चाक़ ) छुरिका, असिधेनुका, छुरी । ligst (४) (चाखना) स्वाद लेना। J2 ( ४ ) ( चाल ) चलन,चलना,गमन,श्राचरण,रीति ।
(४) (चाला ) मुहून दोघड़िया । ith (-) ( चाँद ) चन्द्रमा, सोम, इन्दु, हिमांशु । is (४) (चाँदना) उजाला, रोशनी, प्रकाश । sisita (s) (चाँदनी) चन्द्रिका, कौमुदो, ज्योत्स्ना । Uril (४) (चानचक) अचानक, अकस्मात् । UKt () (चांगला) चेतनवाला, चालाक, आनन्द ।
2 ( ४ ) ( चाउ ) इच्छा, ध्यान,स्मरण,मनसा,मनोरथ । * ( ४ ) (चाउड़ी) एक दिल्ली का बाजार ।
For Private and Personal Use Only