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भागीरथ कोष.
cuska () (जगाजोत) चमक, झलक, बड़ी ज्योति, भड़क ।
( ४ ) (जुगाली) पागुर, उगाल, रोमन्थ । SH (४) (जगाना) नींद से उठाना, चेतन करना ।
() ( जगत ) संसार, दुनियां, जग, जगती । Ma (OH) ( जुगत) युक्ति, उपाय, निपुणता, चतुरता । thak (G) (जगतअंबा) जगतजननी, जगन्माता ।
(5) (जिगर) यकृत् , दहिने ओर की तिल्लो । tikka (s) (जगमगाना) जगजगाहट, चमक, बड़ी ज्योति ।
ka (५) ( जगह ) ठौर, स्थान, ठिकाना । Jh () ( भूल ) पशु के ऊपर का कपड़ा, झोला ।
J2 () ( जुल ) कपट, धोखा, फरेब, छल । Jor) ( जल ) पानी या नीर, अम्भस् ,तोय,अम्बु,रस । J12 () (जलाल) तेज, शोभित । 14 (E) (जिला) चमक, सफाई । -- (E) (जुलाब) विरेचन, विरेक, भेषज ।
ti/- (४) (जलना) बलना, सुलगना । tiple (४) (जलाभुना) राख होजाना।
(E) (जल्लाद) दण्ड दायक, पाशदायक । My (४) (जुलाहा) तन्तुवाय, कुविन्द ।
st (.) (जलपान) पानी पीना, कलेऊ, कलेवा,जलखाना। LS r) (जलतरंग) एक प्रकार का बाजा । AAS(४) (जलजलाहट) तेज, चमक, रोशनी ।
sha (3) ( जल्द ) शीघ्र, त्वरित, फौरन् । sah (:) (जलसा) सभा, समाज । Vil (:) (जलफ) नीच, शूद्र ।
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