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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir भागीरथ कोष. - -- . (४) (पर्त) तह, लड़ । 7 (r) (प्रताप ) महिमा, तेजस्वित्त्व । ( ४ ) (प्रणाली) पुरानी रीति, मोरी, पानी का निकास । (७) (प्रती) छाया, साया । (r) (प्रथम) पहिला, अव्वल, श्राद्य । र ( ४ ) (परती) बेकार धरती, बंजर भूमि । ( ४ ) (प्रतीति) विश्वास, भरोसा, प्रत्यय । ( ) (प्रजा) रिझाया, सन्तान, जन लोग । (-) (प्रजापति) ब्रह्मा, राजा, कुम्हार । (-) (प्रचार ) विस्तार, रिवाज, चलन, फैलाना । ( ४ ) (प्रचारना) पालना, हिलाना, सदाना । پر دونيا ( ५ ) (परचूनी) बनियां, वणिक् । ( ४ ) ( परछांव) छाया, साया। CH ( ४ ) (परीक्षित) परीक्षित एक राजा का नाम है। Jat (G) (परखाश ) संग्राम, युद्ध, समर । 837 () (परदह ) लाज, लज्जा, बीड़ा । 8 ) (प्रधान ) मुख्य, मुखिया, अफ्सर, सरदार । ord(s) (प्रधुम्न ) कृष्णपुत्र । Ji ( ४ ) (प्रदश) दूसरा मुल्क, अन्य देश । ( . ) (प्रदेशी) विदेशी, अन्य देशी, दूसरे मुल्क का । ( ४ ) (पुर्जा) टुकड़ा, खण्ड । H) (पुरुष) मनुष्य, मानुष, आदमी । stor) (प्रसाद) प्रसाद, नैवेद्य, देवता का भोग । Cau () (परस्त) पूजना, भक्ति करना । For Private and Personal Use Only
SR No.020100
Book TitleBhagirath Kosh
Original Sutra AuthorN/A
AuthorDinanath Kaul
PublisherNavalkishor Press
Publication Year1930
Total Pages350
LanguageHindi
ClassificationDictionary
File Size8 MB
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