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अम्राज खास सह
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अम्राज़ मजारी.
अम्राज़ खास्सह amraz-khassah-अ०खास साधारण बीमारियाँ जो प्रत्येक अवयव (मिश्रित
खास रोग, स्थानिक रोग, वे रोग जो खास खास व अमिश्रित) में उत्पन्न हो सकें. जैसे-किसी अवयवों में ही उत्पन्न हुआ करते हैं, जैसे- अवयव में विच्छेद अर्थात् विश्लेष या पार्थक्य वधिरता कान तथा अंधता आँख में ही उत्पन्न का उपस्थित हो जाना । विस्तार के लिए देखोहोती है। लोकल डिज़ीज़ेज़ ( Local | तफ़ल्क इत्तिसाल वा मर्ज तफ़ल्क इत्ति. Diseases. )-इं० ।
साल। अम्राज़ खिल्कत amraz-khilqat-अ. वे अम्राज़ तर्कीब amraz-tarkib-अ० देखो
रोग जिनमें विकृतावयव की रूपाकृति परिवर्तित मर्ज तीव। हो जाए।
अम्राज़ तारिय्यह, amraz-tariyyah-अ० अम्राज़ गैर मुसल्लमह, amraz-ghair-mu.
ये वस्तुतः छूतदार (संक्रामक ) बीमारियाँ हैं जो sallamah-१० वे रोग जिनके उचित
दो प्रकार की होती हैं-(१) वह जो किसी एक तथा उपयुक्त उपाय में कोई बात रोधक हो। कुटुम्ब या स्थान में सीमित हों, उनको अम्रा ज़
नोट-यह शब्द अम्रा ज़ मुसल्लम का विप- वाफ्रिजह और अंग्रेजी में एन्डेमिक डिज़ीजोज़ रीनार्थक है।
( Endemic-diseases) कहते हैं और अम्राज़ जुज़इय्यह amraz-juziyyah-अ०
(२) वह जो किसी जाति अथवा स्थान में न - सखसाध्य, वे रोग जिनकी चिकित्सा प्रासान हो।।
हों, वरन् सामान्य तौर पर व्याप्त हो जाएँ, (Easy to cure.)
उनको अम्रा जा तबइय्यह. तथा अंग्रेजी में एपिअम्राज़ जहरिय्यह, amraz-zuhriyyah
डेमिक डिज़ीज़ेज़ (Epidemic disea-अ० अम्रा ज़ जुह रह, जुह रह की बीमारियाँ ।
ses) कहते हैं। इसका संकेत उपदंश व सूज़ाक की ओर है।
अम्राज फसिलय्यह amraz-fasliyyah-अ. काम व्याधि, जननेन्द्रिय सम्बन्धी रोग, गुप्तरोग।
वे व्याधियाँ जो किसी विशेष ऋतु या फसल वेनरियल डिज़ीज़ज़ ( Venerial Dise
में होती हैं, जैसे-मौसमी ज्वर । ases)-इं०। __ नोट-चूँ कि प्राचीन यूनानियों का यह
अम्राज़ बलदिथ्यह. amraz-baladiyyah
.-अ० वह बीमारियाँ जिनका सम्बन्ध किसी विश्वास था, कि जब सीतानी लोगों ने उनके
विशेष स्थान या देश से हो । एन्डेमिक डिजीज़ेज़ ऊपर चढ़ाई की, तो उनकी मुहब्बतकी देवी वीनस
(Endemic Diseases)-इं० । (शुक्र ) यानी जुह रह ने उन आक्रमणकारियों में दण्ड स्वरूप उपदंश व सूज़ाक की प्याधि | अम्राज़ बसीतह. amraz-basitah-१० उत्पन्न करदी । इस कारण उक्त दोनों व्याधियाँ
देखो-अम्राज़ मुरिदह, । अम्रा ज़ जुह रह के नाम से अभिहित हो गई। अम्राज़ बह रानिय्यह. amraz-buhrani
सूचना-विशेष विवरण हेतु देखो-उपदंश व yyah-अ० वह बीमारियाँ जो बुह रान में सूज़ाक ।
इन्तिकाल मजके तौर पर पैदा हों, जैसे-पांत्रिक अम्राज तजावीफ amaz-tajavif-अ० वे रोग ज्वर के पश्चात् फुप्फुस प्रदाह या वृक्तप्रदाह
जिनमें तजावीत अर्थात् शारीरिक स्रोत अपनी अथवा उन्माद प्रभृति का हो जाना । क्रिटिकल प्राकृतिक अवस्था से छोटे, बड़े या अवरुद्ध हो डिज़ीज़ज़ (Critical Diseases)-इं। जाएँ, जैसे-आमाशय का सिकुड़ना या फैल अम्राज़ मजारी amraz-ma.jari-अ. शारीजाना।
रिक अर्थात् शरीर की रग एवं नालियों की-बीमाअम्राज़ तफ़र्रुक इत्तिसाल amraz-tafalru- रिया, वह बीमारियाँ जिनमें शारीरिक प्रणालियाँ
q-ittisāl-अ० अन्ना ज़ इन्हि लालुल फ्रर्द । वह संकुचित अथवा प्रसारित या अवरुद्ध हो जाए।
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