________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
अचीता
१२४
अच्छिन्न
अचीता achita-हिं० वि० स्त्री० [सं०] अनि- विन्मुच्छदा ( Euphorbia pilulifera, च्छित । अचिंतित । ( Unwished.)
Linn.) अचुका achuki सं० स्त्रो० श्राच्छुक । पाल | अच्छ achchha-हिं० संज्ञा पुं॰ [सं०] (1)
श्राछी (Morinda citrifolia, Linn.) (A crystal) स्फटिक । (२) (A bear) अचुवागन्दी achuvāganddi-ता० असगन्ध ।।। रीछ, भालू । भल्लक, भल्ल | (३) स्वच्छ जल ।
9717771 (Withania Somuifera, - हिं० वि० (elear, plucial transDunal. )
parent) स्वच्छ ।-सज्ञा प० [सं० अत] अचूक achuka -हिं० वि० [सं०] अच्युत । (1) आँख, नेत्र । (२) रुद्राक्ष ।
जो न चूके । ठीक । जो अवश्य फल दिखाए। अच्छः achchhah-२० ए० (१) गुन्द्र । अवश्य निर्दिष्ट कार्य करने वाला । भ्रम रहित । (२) रीछ, भल्लक । (३) स्फटिक । मे० छद्विक।
पक्का | ज़रूर । ( Sure, unfailing) (४) पटेरे । अचेत acheta-हिं० वि० [सं०] अज्ञान | अच्छकीकसम achchhau-kikasam-सं०
मूञ्छित । सुन्न होना । चेतना रहित । संज्ञा शून्य । क्ला० सूत्रविहीन कारटिलेज ( Hyaline बे होश । (Out of mind or senses )
cartilage ) अचेतन ache tauna-हिं० संज्ञा पुं० ।
अच्छटा achchhati-सं० स्त्रो० भुई अचेतनः achatanah-सं०त्रिक
अामला, भूम्यामलकी ( Phyllanthus
niruri, Linn.) (Imanimate object)जद्रव्य |अचैतन्य :
अच्छत achchhatu-हिं०मज्ञाप[सं० अक्षत] पदार्थ ।- हिं० वि० [सं०] Insensible,
बिना ट्टा हुआ चावल ( Whole rice ). sansaless बेहोश। संज्ञा होन। मूर्छिन ।
वि० अखंडित । चेतना रहित । अात्मविहीन । अवेलः ach.la.h-लं. पु. व बहीन । नंगा ।
अच्छ-भल्लः, ग्लुकः achchha-bhallah,-llu.
kah-सं०५० १--सोनापाठा (Oroxylum otrat (Naked, clothless. )
indicum, Tent.)। देवी-भल्लुकः । अवेल परिसह chela-parisah-हिं० संज्ञा ग०नि०व०१६ । रत्ना० । २-( A b.war)
पुं० [सं० अचैलपरिसह ] अागम में कहे हुए भाल , रीछ । वस्त्रादि धारण करने और उनके फटे एवं पुर.ने | अच्छर्दिका ichchhadika-सं० स्त्रो० होने पर भी चित्तमें ग्लानि न लाने का नियम ।
(Vomiting, an emotic) वमन । प्रवेष्ट संधि acheshta-sandhi-सं० त्रि० छर्दि। उकाई । वमी । वान्ति । ग. नि. अचल सन्धि (Symarthrosis)
व०२० । अचेष्टा acheshta- सं० स्त्री० अटल । स्थिर अच्छलः achchhulah-सं० प. तिल की ( Immovable ).
लुगदी। तिलकल्क (Paste ot sesamum अचैतन्य achuitanyah-हिं०संज्ञा पु, निश्चे- indicum) अचैतन्यः achaitanyah-सं० त्रि०, ता, अच्छा achchha -हिं० वि० [सं० अच्छ-स्वच्छ,
चेतना का अभाव, अज्ञान ।-हिं० वि० [सं०] निर्मल] [स्त्रो. अच्छी ] मनोहर । सुन्दर ।
आत्माविहीन, अज्ञानता, जड़, चेतनारहित । श्रच्छा-विच्छा achchhā-vichchha-हिं० अचैन achaina-हिं० संज्ञा पुं० [सं० अ वि० [हिं० अच्छा ] (१) दुरुस्त । खासा ।
नहीं+शयन पोना ] अाराम न करना, विकलता, चुना हुआ । ( २ ) नीरोग । भला चंगा ।
दुःख, कष्ट । ( Uncomfortable ). | अच्छिन्न achchhinna-हि. वि० [सं०] अच्चेगिडा achchegida-कना० दुद्धि, रक- छिद्र रहित, जो कटा न हो । अम्वण्डित ।
For Private and Personal Use Only