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अनुक्रमणिका।
पृष्टांक..
६८४
विषय.
पृष्टांक, | विषय कफोत्तर वातरक्त में चिकित्सा ६७९ | मेन फल के सेवन की विधि वातकफाधिक्य की चिकित्सा
अन्यप्रयोग बातकफाधिक्य में परिषेक
हृद्दाह में फल उत्तान बातरक्त की चिकित्सा , कफछादि में मेनफल गंभीर वातरक्त की चिकित्सा | कफाभिमूत आग्नि में बमान वातकफोत्तर में लेप
बमन में लेह विशेष पित्तरक्तोसर में लेप
अन्य उपाय वातरक्त में तैल
फूल सूघने से यमन अन्य तैल
न्य फल वातरक्त में स्नेहनादि
जी दूतादि का प्रयोग घ्राणादि चिकित्सा
अन्य प्रयोग शुद्धवात की चिकित्सा
तुवीमादि की कल्पना अंगशोषादि में चिकित्सा
पित्तकफज्वर में चूर्णादि पित्तावृतवायु में कर्तव्य
पित्तज्वर में पानादि उक्तरोग में वस्ति
इक्ष्वाकु का प्रयोग उक्तरोग में परिषेक
इक्ष्वाकु के दूध का प्रयोग कफावृत्तवायु में चिकित्सा
| अन्य प्रयोग संसृष्ट वायु का उपाय
अन्य प्रयोग रक्तसंसृष्ट बात का उपाय
मंथ का प्रयोग मांसावृत वायु
अन्यप्रयोग आढयबात की चिकित्सा
अन्य प्रयोग रेतसावृतवायु की चिकित्सा
अवलेह का प्रयोग अन्नावृत में कर्त्तव्य
पित्त सह कफ में कर्त्तव्य मूत्रावृत में कर्तव्य
विषरोग पर धाम्यादि कल्क बर्चसा वृत में कर्तव्य
अन्य प्रयोग विभाग वायु का स्वभागानयन
वेड का प्रयोग पित्तरक वर्जित सर्व वरण
आनूप मांस का प्रयोग पित्तावृत में चिकित्सा
अन्य प्रयोग रक्तावृत में चिकित्सा
कुटज का प्रयोग आयुर्वेद की फलभूत चिकित्सा
अन्य प्रयोग औषध के पर्याय
वमन में अन्याअन्य औषध कल्पस्थानम् ।
द्वतियो ऽध्यायः । वमन विरेचन की प्रधान औषध .६८४ निसोथ का स्वरूप व्याधि के योग से जीमत की विशिष्टता , निसोथ को सर्व रोग जितत्व बमन में मैन फल का योग , निलोथ की जड के दो भेद
६८३
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