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अष्टांगहृदयकी
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३६०
३६४
विषय पृष्टाक; | विषय
पृष्टांक, अधिक रक्तका कारण
यमला के लक्षण
३६६ रक्तपित्त के पूर्वरूप
महा हिध्मा के लक्षण रक्तपित्त के तीन भेद
गंभीरा के लक्षण ऊर्ध्वगामी रक्तपित्त के कर्तव्य ३५९ | हिचकियों में साध्या साध्यत्व अधोगामी रक्तपित्त को याप्यत्व
उक्तरोगों में चिकित्सा कर्त्तव्य ३६७ उभयगामी रक्तपित्त को असाध्यत्व
पञ्चमोऽध्यायः ।। उक्त कथन का कारण
राज यक्ष्मा के चार नाम रक्तपित्त में संशमन का अभाव
राजयक्ष्मादि संज्ञाओं का कारण दोषानुगमन के लक्षण
राजयक्ष्मा के हेतु कास को आशुकारित्व
उक्तचार हेतुओं में वायु का प्रधानता , खांसी के पांच भेद
राजयक्ष्मा का पूर्व रूप खांसी को क्षयोत्पादक
राजयक्ष्मा के ग्यारहरूप कास का पूर्णरूप
पीनसादि के सात उपद्रव ३६९ कास रोग की संप्राप्ति
बातादि के लक्षण खांसी में अनेक शब्द
धातु क्षय में युक्ति वात कास का निदान
यक्ष्मा रोगी का पुरोषाधार जीवन ३७० पित्त कास का निरूपण
यक्ष्मा का साध्या साध्य विचार कफ की खांसी का निरूपण
स्वरभेद के छः प्रकार क्षतकास का निदानादि क्षतकास का लक्षण
पातस्वर भेद के लक्षण अन्य खांसीयों का साध्यासाध्य
पित्तजस्वर भेद कास रोग में शीघ्रता
कफजस्वर भेद
त्रिदोषजस्वर भेद चतुथोऽध्यायः।
क्षयजस्वर भेद . श्वास के निदानादि
मेदोजस्वर भेद पंचविधि श्वास की संप्राप्ति
स्वर भेद में साध्या साध्यत्व श्वास का पूर्व रूप
३६५ अरुषि की उत्पति क्षुद्र श्वास के लक्षण
बातजादि अरोचक के लक्षण तमक श्वास के लक्षण
छर्दिका निदान प्रतमक श्वास के लक्षण
छार्दका पूर्वरूप छिन्न श्वास के लक्षण
बातज बमन महा श्वास के लक्षण
पित्तज बमन उर्व श्वास के लक्षण
कफज बमन श्वास का साध्यासाध्यत्व
सनिपातज वमन हिमा का स्वरूप
द्विष्टार्थ योगज वमन भक्तोद्भया के लक्षण
कृम्यादिजन्य छर्दि का प्रकरण क्षुद्दा के लक्षण
३६६ / हृद्रोग लक्षण
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