SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 842
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ०० असरबक्का साध्य असरबका asara bacca-प्रसारून, तगर। असह asah- हिं० संज्ञा पु. हृदय 1 डि01 म०प्र०। फा० ३०२ भा०।' असा ansa-१० बलह । कसुस । असरा asara-हिं० सभा Forहिं. असाद असाअस āasiasa-अ साही, सेही-हि० । श्रासाम देश के कछारों में उत्पन्न होने वाला एक! खार पृश्न--फा० । ( A porcupine) प्रकार का चावल । असाइफिन aiyphil-इं० देखो-पटॅाकीज़लेट । असरो ansari-१० शाक भेद । ( A sort of : श्रमाउर्गई. aasaurai अ. वीजकन्द, केसरी, _vegetable ) -हि । बतबात ( Polygonnmauricuअसरो asari-ग० भूतकेश, लान्दचात-गम्ब। late, Linm.)। फा० ई०३ भा० । म. बेबिना । प्र०। असरु: asaruh-सं. पु. भूकरम्ब, भूई, कर | असाकल aksaqala. -० कुमात म्व। कुकुरंशोहा-बं०। (See..bhukadarn ba) असकल aasaqala ( खुम्बी)। श० च । (२) कुकरौंधा | A plant (Ce. Agaricus. Isia...) .. . असाक asaqu-50 जर्दाल । देखो-खवामी । असरेली asareli-सिंध० फरारा-पं०। छोटो । असाग़हaaghah-० अाहार अर्थात खान माई, लाल माऊ-हिं० । ( Tamarix |' एवं पेय का कंठ से नीचे उत्तरना। auriculata, Falil:) ई० मेलासागवह, asashar bah-प्र. भोपधि का असल asala हिं.. वि० [अ० ] शुद्ध, । अनुभव तथा निर्माण क्रम । बिना मिलावट का ।-सज्ञा पु दे० अस्ल । मसाढ़ asatha-हिं० संज्ञा पुं॰ [सं०] पापाद असल /-प्रस्तम्बर्दी, दख, दोस. लख. ना ! का महीना । वर्ष का चौथा महीना। सूम, हमार, बज्रा। Bhilrush (इ. हैं । अलाढ़ी Sarhi-हिं० वि० [सं० प्राषाढ़ ] गा.) अषाद का | -संज्ञा स्रो०(१)वह फसल जो अस (स। ल asa,-s-la-अ० सरह । चेकोनदी। अषाढ़ में बोई जाए । खरीफ । 10! (Cadaba Farinosa. Forsk. ) असातुनहल asātumnahal-अ० शहद, मधु । फा० इ० १ भा० । ई० मे० मे । देखो-! Honey (Mel.) कैडेला फैरिनोसा.। सातून sathn • अ० मद्य भेद । वह सुरा जो असलम् asalam-सं० क्ली० (लौह । अंगूर के पानी, शहद तथा कतिपय उरणा श्रोष Iron ( Ferrum ) । (२) अस्त्र । (A | धियों के योग द्वारा निर्मित होता है। weapon in general.) वै० निघ०। असात्म्यः asatanyah-स. त्रि० । असला asala-हिं० संज्ञा स्त्री सर्प भेद। सात्म्य asatmya-हिं० संज्ञा पु... ) असलियह asaliyyah-अ० सलअह लरिग्रहन । प्रकृत्यसुखावह, प्रकृति विरुद्ध पदार्थ । वह नर्म रसौली का एक भेद है जो दबाने से दव। आहार विहार जो दुःखकारक और रोग उत्पन्न जाती है, किन्तु पुनः उभर पाती है। (Soft- करने वाला हो । fibroma.)। देखो-सलमह लरिग्रहनह । । -कला. सात्म्य विपरीत। असलिया asaliya-बम्ब०, गु० चन्द्रसूर, अह- असाध्य asādhya-हिं० वि० [स] (1) लीव । ( Lepidium sativum.) ई. आरोग्य होने के अयोग्य | जिसके अच्छे वा चंगे मे० मे। होने की सम्भावना न हो। जैसे-यह रोग असवः savab-सं०० प्राण । जीव । असाध्य है । (२) जिसका साधन न हो सके। न करने योग्य । दुकर । कठिन । For Private and Personal Use Only
SR No.020060
Book TitleAayurvediya Kosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRamjitsinh Vaidya, Daljitsinh Viadya
PublisherVishveshvar Dayaluji Vaidyaraj
Publication Year1934
Total Pages895
LanguageGujarati
ClassificationDictionary
File Size27 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy