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कलराज
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अठा (श्र) । चांगेरी । ग्रमरूल शाक बं० । चुका मं० । ( Oxalis Corniculata. J
गुण- दीपन, रुचिकारी, कफवात नाशक, पित्त are और खट्टी हैं तथा ग्रहणी, अर्श, कुछ और अतिसार का नाश करने वाली है । भ० पू० १ भा० ।
मात्रा - २-३ मा० | देखो चाङ्गेरी | ( २ ) चुक, पालङ्क विशेष | चुका पालङ्-वं० । ( Rumex nonadelpha ) २० मा० ।
(३) श्रगलानी - हिं० । खुर्का, कुल्फा छा० । (Portulaca oleracea, Linn.) देखो - लोणी ।
अम्लराज amla-rája - हिं० पु० ( Aqua rigia.) लचणाम्ल और नविकाम्लका मिश्रण, जो अत्यन्त बलवान् धातुद्रावक है, अम्लराज कहलाता है ।
अम्लवती amla-vati-सं० खो० (१) चाङ्गेरी ! अ/मरुल-बं० | (Oxalis corniculata) रा० नि० ० ५ । (२) क्षुद्रालिका | खुदे णुनी - बं० । अम्लवर्गः amla-vargah - सं० पुं० श्रम्लवर्ग | की श्रोषधियाँ निम्न हैं, यथा (१) चांगेरी, (२) लकुचा, (३) अम्लवेतस ( ४ ) जम्बीरक, ( ५ ) बीजपूरक ( बिजौरा नीबू ), ( ६ ) नागरंग (नारंगी), (७) दाड़िम ( श्रनार ), ( ८ ) कपित्थ ( कैथ ), ( 8 ) श्रम्लवीज (१०) अम्लका, ( ११ ) अम्बला, ( १२ ) करमर्दक, ( १३ ) तिन्दुक, (१४) कोल ( बेर ) और ( १२ ) तिन्तिड़ी | देखो - रा० नि० ० २२ | "ग्रम्ण्डा सहितं द्विरेतङ्कुरितं पचामलकं तद्द्वयं विज्ञेयं करमर्दनिम्बुकयुतं स्यादम्लवर्गीयम् । " रसेन्द्रसारसंग्रह के लेखक के मतानुसार अम्लवर्ग की श्रोषधियाँ निम्न हैं, यथा - ( १ ) श्रम्लवेत, ( २ ) जम्बीर, (३) लुगाम्ल (मातुलुग ), ( ४ ) चणक, ( ५ ) अम्लका, (६) नारंगी, (७) श्रमली, (5) चिचाफल, (६) निम्बुक, (१०) चांगेरी,
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अम्लवृक्ष, कम्
( ११ ) दाड़िम और (१२) करमई | र० सा० सं० ।
अम्लबल्ली, ल्लिका amla-valli, -lliká-सं० स्त्री० त्रिपर्णीकन्द | See - Triparni-kanda.
अस्लवादकःamla-vatakah-सं०पु० श्राम्रातक, स्वाड़ा | श्रांचा मह० | (Spondias. mangifera) बँ० निय० ।
अम्लवाटा amla-vata अम्लवाटिका amla-vátiká -सं० श्रम्वारी amla-váti
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स्त्री०
अम्लरस युक नागवल्ली भेद, खड्डा रस युक्र पान | अंबोडे पर्ण-मह० । अम्लरस विशिष्ठ प्रान विशेष - बं० रा० ति० ० ६१ । गुण-श्रम्ल, तिल, कटुरस युक्र, रूत व उष्ण वीर्य, मुख पाक करने वाली, विवाहिनी, रक पित्त कुपित करने वाली, विष्टम्भ करने वाली और वायु नाशिनीहै । रा० । देखो - नागबली | अम्लवातकः - वाइक: amla-vatakah-vá dakh सं० पु० आम्रातक, श्रस्वाड़ा | ( Spondias mangifera ) अम्लवाष्पः amla-váshpah-o g'o चांगेरी, चुका | Oxalis corniculata) ० निघ० ।
अम्लवास्तु (स्तू) कम् amla-vastu, stu-kam-सं० क्ली० चुक नामक पत्रशाक । श्रस्लबेतुया, टांगा तो बं० रा० नि० ब०७ । अम्लविदुल: amla-vidulah - सं० पु० अम्लवेतस । ( Rumex vesicarius ) वै० निघ० । अम्लविवेक amla-viveka - हिं० पु० ( Tes ts cf acids. ) अम्लपरीक्षा | देखो— एसिड । अम्लवीजम् amla-vija 11-सं० क्लो० वृक्षाम्ल, तितिड़ी । रा० नि० च० ६ ॥ अम्लवृक्षं, -कम् amla-vriksham-kam -सं०ली०, पु० वृताम्ल, तिन्तिड़ी । भा० पू०
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१ भा० ।
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