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आयुर्वेदीयानुसंधान--ग्रन्थमाला का द्वितीय पुष्प
आयुर्वेदीय-कोष An Oneyclopædical Ayurvedic Dictionary (with full details of Ayurvedic, Unani and Allopathic terms.)
अर्थात् श्रायुर्वेद के प्रत्येक अङ्ग प्रत्यङ्ग सम्बन्धी विषय यथा-निघण्टु, निदान, रोग-विज्ञान, विकृति-विज्ञान, चिकित्सा-विज्ञान,रसायन विज्ञान, भौतिकविज्ञान,कीटाण विज्ञान, इत्यादि प्रायः सभी विषयके शब्दों एवं उनकी अन्य मापा (देशी, विदेशी, स्थानीय एवं साधारण बोलचाम) के पर्यायीका विस्तृत व्याख्या सहित अपूर्व संग्रह । व्याख्या में प्राचीन व अर्वाचीन मलोंका चिकित्साप्रणालो-नय के अनुसार तुलनात्मक एवं गवेपणा पूर्ण विवेचन किया गया है। इसमें २००० से अधिक वनस्पतियों, समन खनिज एवं चिकित्सा कार्य में भाने वाली प्रायः सभी आवश्यक प्राणिवर्ग की तथा रासायनिक औषधों के आजतक के शोधों का सार्वाङ्गीन सुन्दर, सुबोध एवम् प्रामाणिक वर्णन है । संक्षेप में श्रायुर्वेद( यूनामी तथा डॉक्टरी ) सम्बन्धी कोई भी विपय ऐसा नहीं चाहे वह प्राचीन हो या नवीन जिसका इसमें समावेश न हुआ हो।
लेखक तथा संकलनकर्ताःश्री बाबू रामजीत सिंह जी वैद्य श्री बाबू दलजीत सिंह जी वैद्य
गयपुरी, चुनार (यूपी०)
प्रकाशकश्री.विश्वेश्वरदयालुजी वैद्यराज सम्पादक-अनुभूत योगमाला,
बरालोकपुर-इटावा (यू०पी०)
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संशोधित तथा परिवद्धित [ द्वितीय संस्करण, १००० प्रति ] All rights reserved by the writers. (सम्बत् ११६० वि० तथा सन् १९३४ ई.)
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