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________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ঋষি अबोलीमिया अबिद्ध abiddha-हिं० वि० [सं० अविद्ध1 (Pure fresh blood )।-रसायनी. अनबेधा । बिना छिदा हुा । देखो-प्रविद्ध । ' 9177 (IIyarargyrum. ) अबिद्धकर्णी abiddhakarni-हि. संज्ञा स्त्री० ! अबीर aabira-अ०, हिं० (1) अभ्रक (Tale)। देखो-अविद्धकर्णी । (२) यौगिक सुगंधित चूर्ण ( An aroin. अबिरल abirala-हिं० वि० देखो--अविरल । atic compound powder ) TBF अबोकमा abiquina -अ०कनी भ्रमवश केशर को कहते हैं । स० फॉ० ० । सूफो sifi निका के अयोर nbira-हिं०संज्ञा पु० [अ० वि०बीरी] बाह्य पटल का वण जो ऐसा प्रतीत होता है कि । (१) रंगोन बुकनी जिसे लोग होलीके दिनों नेत्र के ऊपर एक छोटा सा सफ़ेद ऊन ( पश्मे में अपने इष्ट मित्रो पर डालते हैं। यह प्रायः स.फ़ ) का टुकड़ा रक्खा है । इसी कारण इसको लाल रंगकी होती हैं और सिंघाड़े के आटेमें हल्दी सूफी भी कहते हैं । अल्सर श्रॉफ कॉर्निया और चना मिलाकर बनती है। अब अरारोट और (Ulcer cf cornea )-ko विलायती बुकनियो' से तैयार की जाती है । अबीज़ एक्सेल्सा abies excelsa-ले० गुलाल । लालसिरस हिन्दी, लाहली, लाली (मारदारी) (२) कहीं कहीं अभ्रक के चूर्ण को भी जिसे -हिं० । मेमो० । इसका गोंद औषध तुल्य काम होली में लोग अपने इष्ट मित्रों के मुख पर में श्राता है। मलते हैं अबीर कहते हैं। बुखा। अबोज़ केनाडेन्सिस abies cannadensis (३) श्वेत रंग की सगंध मिली बुकनी जो -ले० शूकरान । हेमलॉक (Hemlock ), बल्लम कुल के मंदिरों में होली में उड़ाई जाती FILE ( Spruce)- See- Shúkrá. ! ma. अमीरी abiii-हिं० वि० [अ०] अबीर के अंग प्रयोज़डयमोसा abies dumosa. loudon. का। कुछ कुछ स्याही लिए लाल रंग का । -ले० चङ्गथासी धूप-नेपा० । तंगसिंग-भूटा। संज्ञा पु० अधीरी रंग । सेमडंग-लेप० । प्रयागांश-राल और गोद । ! . अबोरमायह aabira-mayah-० एक सुगंधित मेमो० । यौगिक औषध है जो चन्दन, गुलाब और अन्यीज़ रखटगे abios khatro-ले. रातियानज कस्तूरी से बनाई जाती है। राल, धूप । ( Resin... ! प्रचोरी abiri-अ० हल्बुल प्रास, विलायती मेहदी, अयोज द्राक्षा abija-drakshā-सं० स्त्री ! वर्ग मोरद । (Myrtns Communis ). किशमिश । (Raisin). मेमो०। प्रयोजबालसेमी abies balsame-ले० अबोलस abilasa -अ० बालसम। o sarb J उदरच्चदा अबोज़ वेब्यित्राना abies webbiana,Lindi. | कला। प्रोमेण्टम (Omentum ), एपिप्लून -ले० तालीसपत्र-हिं० । (Himalayan | (Epiploon)-१०। Silver Fir ) फा० ई० ३ भा०, अबोलीमिया abilimiya-अ० बुरे प्रकार की मेमो०; ई० मे० मे० । मृगी जिसमें प्रारम्भ हो से सम्पूर्ण शरीर में अबीज़ स्मिथिभाना abies smithiana,Fore तनाव उपस्थित होता है। विपरीत इसके अन्य bes.- ले. राव, सिरस-हिं० । रेवड़ी, बनलूदर प्रकार की मृगी रोग में तनाव मृगी के अधीन -५०, हि । See - shirisha होता है। स्टेटस एपिलेप्टिकम ( Status अवी.त् aabit-अ0 (1) शुद्ध ताजा रक।। epilepticus )-२० । For Private and Personal Use Only
SR No.020060
Book TitleAayurvediya Kosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRamjitsinh Vaidya, Daljitsinh Viadya
PublisherVishveshvar Dayaluji Vaidyaraj
Publication Year1934
Total Pages895
LanguageGujarati
ClassificationDictionary
File Size27 MB
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