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श्रीफ, आल तबहुथ्यह
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हैं। अस्तु, मनुष्य शरीर में जितनी प्रकार की शक्तियों हैं उतनी ही प्रकार की क्रियाएं हैं। फल ब्य्यह, afalata baiyyaho
( १ ) प्राकृतिक शक्ति सबन्धी क्रियाएँ । ( २ ) शरीर के सम्पूर्ण प्राकृतिक कार्य, जैसे- श्राहार, पान, सोना, जागना, उठना बैठना, चलना, फिरना, देखना, सुनना, सोचना, समझना, इत्यादि । अफझल दिमागियह, afaala-dimághiyah - अ० मास्तिष्क क्रियाएँ, दिमाग़ी काम, जैसेविवेक, विचार इत्यादि । अफझल नफ्लानिथ्यह् afaal-nafsaniyy• ah - अ० मानसिक क्रियाएं, वे क्रियाएँ जो मानसिक शक्तियों द्वारा प्रगट होती है । अस्तु, पञ्च ज्ञानेन्द्रियों की क्रियाएं, यथा— देखना, सुनना, स्वाद लेना, स्वयं करना और सूंघना आदि और अन्तःकरण चतुष्टय की कियाएँ (वास खम्सह् वानी के अक़बाल ), जैसे-सोचना, स्मरण रखना और विचार करना आदि | अतीत aftiāús इसी के आधीन हैं । अफ्ती aftigun अफ़ञ्जाल बसांतह् afāál-basitah अ० | श्रक्तीऊस aqtiaúus श्रञ्जाल मुफ़दिह्, श्रमिश्रित क्रियाएँ, सामान्य क्रियाएँ | अयाल मुरिदह् afaal-mnfridah-o साधारण क्रियाएँ जो केवल एक ही शनि द्वारा प्रगट हों, जैसे-चातुपी, जी दृष्टि शक्ति द्वारा प्रगट होती हैं और श्रावण क्रियाएँ जो श्रवण शक्ति द्वारा उद्भूत होती हैं ।
अफूञ्जाल मुरकवह् afaál-murakkabah
- अ० संयुक क्रियाएँ जो दो अथवा अधिक शक्तियों द्वारा उद्भुत हों, जैसे--प्रास गिलन, जो कंड को गिज़न शक्ति तथा आमाशय को श्राकfe शकि द्वारा सम्पादित होती हैं । अफझल, हैवानिय्यह् afãäl-haivániyyah
- अ० प्राणशक्ति सम्बन्धी क्रियाएँ जो प्राणशक द्वारा प्रगट हों, जैसे- हार्दिक एवं धामनिक गति प्रभृति । अफ्ञ्जलुल् श्रद्वियह् afāálul-adviyah
अपतीमून
- अ० (१) श्रौषध-कार्य-विज्ञान, द्रव्य-गुण-शास्त्र ( २ ) प्रभाव, गुणधर्म | फॉर्माकोलॉजी ( Pha rmacology)-इं० ।
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श्रकुमा afāümá- अ० चतुचत । श्रख का. एक
प्रकार का भयानक क्षत ।
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अङ्क afq-अ० खत्नह् करना ( मुसलमानों के यहाँ यह एक धार्मिक रसम है जिसमें बच्चे की शिश्ना त्वचा काटी जाती है ) । सर्कमसिजन ( Circumcision ) - ई० । अकल afkal अ० झुण्ड, समाज । तिम्र की परिभाषा में 'कम्पन, कैंप कँपी" को कहते हैं । राइगर ( Rigor ) - इं० । अफ़्कानह् afkánah - o पूर्ण शिशु (भूय ) . जो माता की उदर से गिर पड़े। अफ़्तस aftas - श्र० चपटी नासिका वाला । ( Flat nosed. ) अफनह aftah - अ० चौड़ी नासिका वाला । ( Broad nosed.)
- यु० नाइवह । तिब की परिभाषा में राजयक्ष्मा (तपेदिक) को कहते हैं । हेक्टिक फीवर (Hectic H'evc1). -ई० ।
अफ्तीमून aftimúna ० [ यू० एपिथिमून ] हिं० संज्ञा पु ं० श्रकासवेल विलायती, अमरबेल विलायती हिं० । कस्क्युट एपिथिमम् ( Cus cuta Epythymum, Linn.) -ले०। दी लेसर डॉडर 'The Lesser Dodder - ई० शज्रतु..जब श्रू; सचश्श ई. र० । अफ़्तीमूनेविलायती फा० । शियून तु० ।
( NO. Cone dontacer ) उत्पत्ति स्थान -- युरोप, पश्चिम एवं मध्य एशिया और फारस | नोट - इसमें तथा भारती प्रकाशवेल में सिवाय स्थान भेद के और कोई अन्तर नहीं है । अतः इसके वानस्पतिक वर्णन आदि के लिए देखो अकाशवेल, रासायनिक संगठन-कर सेटीन (Quercetin ), राल, एक क्षरीय सख तथा कस्क्युटीन
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