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[ ज] ज्याक०
व्याकरण | सन्या0 ज्व0 चिo सन्यास ज्वर चिकित्सा व [प] शो० व्रण शोधन | सं० प्र०
सयुक्त प्रांत शराव | सर्व० मु० रो०
सर्वगत मुखरोग ॥ श प्रद्धशराव सर्व०
सर्वनाम ৪০ ০ शब्द चन्द्रिका सा०
साधारण, सान्निपातिक श० चि० शब्द चिन्तामणि सा० को०
सारकौमुदी शब्द कल्प शब्द कल्पद्रुम | सा0 सु०
सार सुन्दरी श० मा. शब्दमाला सि०
सिलोन (लंका) श०र० शब्द रत्नावली | सिक्कि०
सिक्किम श० शा. शल्य शास्त्रीय सिउ०
सिउनी श० प्र० शरह, असबाब | सि० भे० म०
सिद्धभेषज मणिमाला शत० वि० शरीरतत्व-विज्ञान
(श्रीकृष्णाराम गुम्फिता) शा० शारीर स्थान सिम
सिमला शा०प० (शा ) शार्ङ्गधर | सिलह०
सिलहट शा०नि० भू० शालिग्राम निघण्टु भूषण सि0 या०
सिद्धयोग शा०व० शाकवर्ग सिं०
सिंध शा० शारीर अण सिंगा०
सिंगाली शा०सं० शाङ्गधर संहिता | सिं० भू०
सिंह भमि (शाधर विरचिता) सिरि०
सिरिया ( शामी) शिक रोग शिरोरोग | सि0 स्था०
सिद्धिस्थान शिरो० वि० शिरोविरेचनम् । सु० ब०
सुन्दरबन शोपि०
शीतपित्त सु० शु.
सु० टी० ड०
सुश्रुत टीकr डल्वण श. दो०
शूकदोष सु० नि0
सुश्रुत निदान स्थान | सु० मि०
सुश्रुत मिश्रकाध्याय श्ली०
श्लीपद सुर०
सुरयानी (सीरिया या शामी) श्लो
श्लोक सु०सं० सुश्रुत संहिता ( महर्शि सुश्रुत सकर्मक
विरचिता) सत. सतलज सू०
सूत्रस्थान स. फा० ० सप्लिमेण्ट टु दो फार्माकोपिया ! सूति०
सूतिका अॉफ इंडिया (डॉ. मोहीदीन । सुय्यसि
सूख्यंसिद्धांत शरीफ कृत) स्त०
स्तबक स०व०
सद्यो व्रण स्त्रि०
स्त्रियों द्वारा प्रयुक्र सं० संस्कृत स्त्री०
स्त्री लिंग संग्र०
स्थान सं० ग्रहणी संग्रह ग्रहणी ! स्पे
स्पेनी भापा संता० संताल | स्व० भे (द)
स्वरभेद संयो० क्रि० (संयोजक अव्यय,)संयोज्य क्रिया ! ह०
हज़ारा स०( सन्निपा०)
सन्निपात ! हजा०
शुद्ध
शेष
संग्रह : स्था०
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