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(प)नाकार्डिरसाई
नाचारः
होती
Marking titut-tree. (S Cur- इसे अनागतावेज्ञग कहते हैं। नु० उ० प्र०
pus anacardium). श्र(प.)नाकाडिएसीई anancardiaceat-
ले -लअनागलुस amaghaling यु०) इसे नती
ना भल्लातककी अथवा काजूवर्ग। (Allucards,
अनागालुस naghi ltus" | भाषामें श्रना'Herebinths or Sunacs).
किर और फिरङ्गी में अन्कालन कहते हैं। कोई अनाकार्डिक पक्डि neardincid-ले०
कोई इसका युनानी नाम फ़ज़रियून और अरबी भलातस्यान्त, भिलावे का तेजाय । फाई.
नाम हशी शतुल अलक लिखते हैं । यह पक घटी १ भा०।
है । इसकं स्वरूपके सम्बन्ध में बहुत मतभेद है। अनाकार्टापर curdist-० (१) काजू । . यह अराक और शाम ग्रादि प्रदेशों में उत्पन्न
Cashew nut-truo (Alacallidium occidentale, Linu. ) फ० इं० '
अनाग़ालिस ilaghilis यु०, अ० श्रनाकिर १ भा० । (:) भल्लातक, निलायाँ ! The
-कुस्तु०। मरिजानह -अ० । जोकमारो, जैवनी 3marking at tree ( Semcca.
. -हिं० । ( Anugallis arvensis, rpus Anacardiuli) ई० मे० मे०।
_t.inn.) -ले० ! फा० ई० २ भा० । अनाक्रांत anilkanta-हि. वि० [सं०] अनागीलस anaghilas-य० माशोश 1 sec[स्त्रो० अनाक्रांता ] जो याकांत न हो। अपी. ..
arzanjosha ड़ित । रक्षित।
अनागैल्लिम श्रान्सिस anagallis arven. अमाकांतता anākrantata-हिं० संज्ञा पु.] sis, Linn. -ले० अँधनी, जोखमारी। उ० [सं०] अाक्रांतता का अभाव । रता । अपीड़ा ।।
प० सू० । मे० मो०। अनाक्रान्ता anakranta-सं० स्त्री० कण्टकारी, अनागोग्स anaghoras-5. सलवान्-यु० । कटेरी, भटकटैया-हिं० । सोलेनम् जेन्योकार्पम् .
रखनबुल नङ्गीर-मिश्र० । इसके फल को हव्यु( Solanım Xantho-carpum):
लकुल्या कहते हैं। गुलेकर्नय के समान एक बूटी • ले० । र. मा.
है जो शामादि देशों में उत्पन्न होती है। किसी अनाका सांडिलाई लोराइडम् amaquu-sottii !
किसी के विचारानुसार एक अन्य बूटी है जिसके chloridum-ले० सोचर नोन | sochali
पसे एवं शाखाएँ मैंभालूके समान होती है। इसका salt.
वृक्ष बड़ा हो जाता है। अनागत anigatia-हिं० वि० [सं०] (१)
| अनाचारिता anachārita--हिं० संज्ञा स्त्री० न पाया हुया । अनुपस्थित । अविद्यमान ।
[सं०] निंदित पाचरण | दुराचारिता । अप्राप्त । (२) पागे पाने बाला । भावी । ।
'। अनाचारी anachāri - हिं० वि० [सं० श्रनाहोनहार ।
चारिन्] [स्त्री०अनाचारिणी । संज्ञा अनाचारिता] अनागतात्तंबा nāgatārttavā-सं० स्त्री०
श्राचारहीन, भ्रष्ट, बुरे प्राचरण का, पतित कन्या, अजात रजस्का, घरजस्का, गौरी, नग्निका,
दुराचारी। कुमारी, बालिका । जो स्त्री रजोधर्मिणो न हुई हो।
अनाचार: anachārah-सं०प०(१) असरकर्म, (A little girl, a girl nine years
अनिष्टकर्म, दुराचार, कुव्यवहार, निंदित प्राचरण । old, a virgin.)। रा०नि०२०१०
(Undesired or ovil or Improअनागतावेक्षणम् anagala-vekshanam per conduct) वै० निघ०। (.२.) कुरीति, -सं० क्ली० आगे इसे कहेंगे (या ऐसा कहेंगे)
कुप्रथा, कुचाल ।
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