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भनन्यज
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अनबुल्हि.यह के औषधीय उपयोग के सम्बन्ध में कोई वर्णन | अनपकाय anapakāyu-ते. कडुई तुम्बी, नहीं आया है।
tait (Lagenaria Vulgaris ). अनन्नास पत्र का ताजा रस सरात कृमिघ्न
इं० मे० मे। और शर्करा के साथ विरेचक है। पक्क फल का अनपच anapacha-हिं० संज्ञा पुं० [सं० रस स्क:हर (Anti-scorbutic), मुघल, अन्नहीं+पच:चना ] अजीर्ण । बदहज़मी । स्वेदक, मृदुभेदक और शैत्यकारक है तथा ऐल्ल्यु- ( Indligestion ). मिनीय पदार्थों के पचाने में सहायता पहुँचाता अनपत्य allapatya-हिं० वि० [सं० ] है। अपक फल का रस अम्ल, रकाबरोधक, [स्रो० अनपत्या ] निःसन्तान । लावल्द । सशक मूत्रल और कृमिनाशक तथा रजः प्रवत्तक (ड)नव aanaba-अ० द्रात फलम्-सं०। है । अधिक परिमाण में यह गर्भपातक है।
अंगूर, दाख-हि। Vitis Vinifera, लिका प्रशमनार्थ इसके पत्तों का ताजा रस | Linn, (Fruits of-Grapes ) स. शर्करा के साथ व्यवहार में प्राता है। यह विरे- फा० इं चक भी है।
अनव anaba-अ. बैंगन, भाँटा । (Solaपक्क फल का रस ज्वरजन्य अामाशधिक झोम
1111n Melongana ) को शांत करता है। कामला ( Jaundicc ) में भी यह उपयोगी है।
। अनबहे-हिन्दी auna bahe hindi-अ०, का. अधिक परिमाण में अपक्क फल का रस गर्भा
पोपैया, पोता-हं । अरंड खळूजा-सं०। शथिक श्राकुचन उत्पन्न करता है । अस्तु, गर्भवती देखो- अण्डखरबूज़ा । Curicu Papaya, स्त्रियों को इससे सख्त परहेज करना चाहिए। Linn (Fruit of) स० फा०-६०। अनन्नास का तेल या एसेन्स मिठाई बनाने में | भा.
म | अनवा hamabi-एक हिन्दी पौधा है जिसका उसे सुस्वाद करने के लिए व्यवहत होता है । यह ! . फल गूगल सदृश होता है । जमेइक मद्य (Jamaica nim) को स्वाद अनविद्या mabidhi-हिं० वि० [सं० श्र+ प्रदान करने में भी व्यवहत होता है। अनन्नास
बिद्ध ] विमा बेधा हुश्रा | बिना छेद किया जैम बनाने में प्रयुक्त होता है । ई० मे० मे०। ।
हुा । इसके पत्र कृमिघ्न और फल गर्भशातक है।
अनवुझा चूना anabujha-chānā-उ०, हिं० (इं० ड्र. ई. पृ० ४६१)
चूर्णम् सं० । कलीका चूना, प्रशांत चूर्ण-हि | भारतीय मेडिकल अफसरों की मुख्य सम्म- '
अनस्लैक लाइम् Unslalkerl-lime-इं.। तियों से, जिसका डिक्शनरी ऑफ़ एकॉनॉमिक प्रॉडक्ट अॉफ इरिडया (10, २३८ ) में वर्णन :
अनवुल जन ailmabuljal-अ० फाशरा । श्रा चुका है, यह प्रगट होता है कि समन भारत. अनवुत्थालिब aallabutthalib-यु० मकोय । वर्ष के दिहातियों में इसके पत्र एवं अपक्व फल
(Solanum Dulcamara, Linu. ) के गर्भशातक प्रभाव में सामान्यतः विश्वास
फा०-६०२ मा०। है। फा. इं० ३ भा० पृ० १०६ ।
अनघुददुबaanabuddub-अ० एक छोटे पौधे अनन्यज ananya.ja-हिं० संज्ञा पु० [सं०] का फल है जो बेर के बराबर, गोल एवं रक्रवर्ण कामदेव । ( Cupid).
का होता है और गुच्छों में लगता है। पत्ते अनन्यपूर्वा amanyapuiva-हिक स्त्री० [सं०], अनार के पत्ते के सदृश होते हैं।
(१) जो पहले किसी की न रही हो। (२) अनवुल्हियह. ana.bul-hiyah-अ. हजारकुमारी । कारी। बिन ब्याही। (Virgin). जशान या कबर का फल ।
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