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अधिजिह
अधिमन्या
होती है। देखो-अधिजिह्वः । सु० नि० | अधिपतिः adhi-patih-सं०५० सद्यः प्राणहर अ०१६ । (२) घोड़े की जिह्वा के उपरी भाग | मर्मस्थान विशेष । मस्तक के भीतर ऊपर को में शोफरूप से होने वाला जिला रोग विशेष ।
जहाँ बालों का पावर्त (भँवर ) होता है वहाँ ज० द० २६१०।
शिरा और संधि का सन्निपात ( मिलाप ) है । अधिजिह्वः adhi.jihvah--सं० पु०
यह “अधिपति" नामक मर्मस्थान है। यहाँ पर अधिजिस adhijihva--हिं० संज्ञा स्त्री ।
चोट लगने से तत्काल मृत्यु होती है। सु० शा० एव्युमरॉन दी टङ्ग (A tumour on the |
६ १०। tongue).ई.।
हि. प. [ स्त्रो० अधिपत्नी ] सर. ___ कण्टगत मुखरोग | एक बीमारी जिसमें रक्र से ! दार, मालिक । मुखिया। स्वामी । नायक । मिले हुए कफ के कारण जीभ के ऊपर सूजन हो | अधिपति रन्नम् adhipati-1andhram. / जाती है। इसका द्विाजहा भा कहते है। इसक। अधिपति विवरम् adhi-pati-fivarum ) लक्षण निम्न हैं; यथा-इसमें जिम में कफ
-सं०को० (Posterior Fontanelle) से शोथ होता है तथा जिह्वा के प्रबन्ध (मूल)
पश्चात् विधर । दो मास से कम आयु वाले बापर रुधिरसे मिला हुग्रा र वर्ण का शोध हो जाता |
लक के शिर में जहाँ पाश्विकास्थियों के ऊपर के है। सूजन पक जाने पर यह त्यागने योग्य
पिछले कोने पश्चादस्थि से मिलते हैं वहाँ पर अर्थात् प्रसाध्य हो जाती है । सु० नि० अ०१६। एक गढ़ा रहता है उसको अधिपतिरन्ध्र कहते अधितुण्डो रसः adhitundi.rasah-सं०५. | हैं। यहाँ भी मस्तिष्कको फड़क मालूम होती है।
शुद्ध पारद, शुन्द्र विष, शुद्ध गम्धक, अजमोद, । अधिपय देश: adhiparyunka deshahत्रिफला, सजीखार, जवाखार, चित्रक, जीरा, सं.पु. ( Epithalamus ) कौड़ी प्रसेंधा नमक, कालो नमक, वायविडंग, गंगलव ,
देश । श्रोर त्रिकुरा प्रत्येक तुल्य भाग लें तथा सर्व तुल्य अधिबिना dhibinna-हिं० संज्ञा स्त्री० [सं०] शुद्ध कृषिला चूर्णकर मिलाएँ, पुनः जम्भीरी के रसमे घोटकर मिचं प्रमाण गोलियाँ बनाएँ । इसके :
अध्यूढ़ा । प्रथम स्त्री । प्रथम विवाह की स्त्री। वह सेवन से मन्दाग्नि दूर होती है। अमृ• सा०।।
स्त्री जिसके रहते उसका पति दूसरा विवाह अधित्वच: adhitvachah-सं० पु० श्रावरण :
भाग । अथव० । सू० २१.१का०६। अधिभूतः albi-bhutah-सं० . जिस अधिदन्तः,-क: adhidantin, kah-सं०प० इन्द्रिय का जो कार्य है वह कार्य ही उस इन्द्रिय
दन्तमून्न रोग विशेष, गजनन्त । (A tooth . का अधिभूत विषय है । परन्तु किसी किसी ने growing over' another ) ज.द. उनके विषय को ही अधिभूत माना है। सु.
शा० . अ.। अधिदेव adhi-daiva-हिं० वि० [सं०] दैविक, अधिभौनिक adhi-bhoutika-हिं० घि० दे०. दैवयोग से होने वाली, प्राकस्मिक ।
आधिभौतिक। अधिदेवतम् adhidaivatam सं.की अधिमन्य adhimantha-हि. संज्ञा पु. । अधिदेवतadhidaivata-हि संज्ञा प० । अधिमन्थः adhimanthah-सं० प.
(1)पदार्थ सम्बन्धी विधान, विषय वा प्रक- (Acute Pains in the balls of रण । (२) अधिदेवता । प्राधिदैविक रोग। the eyes with pain and swelling देवताधिकृत । सु० शा० १ भ० ।
of one side of the head.) अभिष्यन्द वि. देवता सम्बन्धी ।
(पानी पाना ) द्वारा उत्पन्न नेत्र रोग विशेष ।
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