SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 223
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra अञ्जनम् पेरिटोनियम् टार्टरेटम् (Antimonium Tartaratum ) - टार्टरेटेड ऐस्टिमनी (Tartarated Antimony), टार इमेटिक ( Tartar Emetic ), पोटासियो टार्टरेट ऑफ ऐस्टिमनी (Potassio Tartarate of Antimony ) - इं० | दाराञ्जन, वामक लवण, पांशु दाराञ्जन, वामक टार - हिं० । रासायनिक संकेत www.kobatirth.org ( K SbOC4H4H4 06 2, H20. निर्माण - विधि - ऐस्टिमोनियस प्राक्साइड और एसिड पोटेसियम् टार्टरेट को कुछ जल के साथ परस्पर मिश्रित कर इसकी लेई सी बना लें और इसे २५ घंटे तक पड़ा रहने दे जिससे इनका पारस्परिक संयोग हो जाए । पुनः श्रच देकर जल को जला डालें। शीतल होने पर इसके रवे बन जाएँगे । लक्षण - वर्ण रहित, स्वच्छ रवे जो त्रिकोणाकार होते हैं । स्वाद - कुछ कुछ कसेला तथा मधुर । घुलनशीलता - यह एक भाग १७ भाग शीतल जल में और १ भाग ३ भाग उबलते हुए जल में धुल जाता है। धोल की प्रतिक्रिया अम्ल होती है । मिश्रण - एसिड टार्टरेट ऑफ पोटेसियम् । सम्मिलन ( संयोग विरुद्ध ) - क्षारीय द्रव्य, सीसा के लवण, माजूस (गैलिक एसिड) | और कषायरल (दैनिक एसिड ) तथा अनेक अन्य सक्कोचक द्रव्य । प्रभाव - स्वेदक, श्लेष्मा निःसारक, हृदयाव सादक तथा वामक 1 ง २५ १ १८१ मात्रा- स्वेदन हेतु प्रेन ( २५ सेम मि० ग्राम ); श्लेष्मानि:सारण हेतु है से + ग्रेन: वमन हेतु, 1⁄2 से १ प्रेन (३ से ६ सें० ग्राम), एक साल के बालक के लिए चौथाई मेन । इन fafभन्न मात्राओं को ध्यानपूर्वक स्मरण रखें | योग-निर्माण-विधि - इसको घोल रूप Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir काञ्जनम् में या इसका मद्य उपयोग में लाना चाहिए । यदि इसको टिका रूप में देना हो तो इसे दुग्ध की शर्करा ( मिल्क शूगर ) के साथ भली प्रकार मिति कर और द्राक्षाके शीश (ग्ल्युकोज़) द्वारा afटिका प्रस्तुत कर उपयोग में लाएँ । ऑफिशल योग ( Official preparations ). श्रञ्जनात्र अंजनीय मद्य - हिं० । वाइनम् ऐष्टिमोनिएली ( Vinum Antimoniale ), ऐरिटोनियल वाइन (Antimonial Wine ), डा० ना० । निर्माण विधि टार्टरेटेड एण्टिमनी २० रती ( ४० ग्रेन ), खौलता हुआ परिश्रुत जल (डिस्टिल्ड वाटर ) १ फ़्ल्युइड आउन्स और शेरी वाहन १३ फ़्ल्युइड ग्राउन्स । टार्टरेटेड ऐस्टिमनी को पहिले खौलते हुए परिश्रुत जल में डालकर घोल ले पुनः इसे शीतल कर शेरी मद्य मैं मिश्रित कर लें I शक्ति- इसके एक फ़्लुइड श्राउन्स में २ प्रेन अर्थात् एक रत्ती ऐण्टिमोनियम् टार्टरेटम् होता है । मात्रा स्वेदक रूप से १० से ३० बुंद (मिमिम) और वामक रूपसे २ से ४ फ़्लुइड डाम । एक वर्षीय बालक के लिए श्लेष्मानिःसारक रूप . से ३ बुइ और वामक रूप से १५ द ( मि. निम ) तक । नोट - इनके अतिरिक्त ऐष्टिमोनियम् नाइप्रम् प्योरीफिकेटम ( शुद्ध स्रोतोंजन ) और ऐस्टि मनी सल्फाइड ( काला सुरमा ) दो और - जन के यौगिक ब्रिटिश फार्माकोपिया में ऑफिशल हैं। इनका वर्णन प्रथम स्रोतोंजन में कर दिया गया है। अतः यहाँ देखिए । नॉट ऑफिशल योग ( Not official Preparations ). म ऐस्टिोनियाई टार्टरेटी Unguentum Antimonii Tartrata -ले० । श्रइण्टमेंट श्रॉफ टार्टरेटेड ऐस्टिमनी ( Ointment of Tartrated antimony) For Private and Personal Use Only
SR No.020060
Book TitleAayurvediya Kosh Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorRamjitsinh Vaidya, Daljitsinh Viadya
PublisherVishveshvar Dayaluji Vaidyaraj
Publication Year1934
Total Pages895
LanguageGujarati
ClassificationDictionary
File Size27 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy