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अचीता
अच्छिन्न श्रचीता achita-हिं० वि० स्त्रो० [सं०] अनि- विमुच्छदा (Euphorbin pilulifera, च्छित । अचिनिन । ( Unished.)
Linn.) अचुका achukā सं० स्त्रो० श्राच्छुक । पाल 1 | अच्छitchchha-हिं० संज्ञा पुं० [सं०] (1)
श्राछी (Morinalis citrifolin, Linn.) (A crystal) स्फटिक । (२) (A DHaY) अचुवागन्दी uchvāganli-ना० असगन्ध । रीछ, भाल । भल्लक, भल्ल । (३) स्वच्छ जल ।
अश्वगन्धः । (IVithalmin Somuifera - हिं० वि० (elets, politcial transDunal.)
parent) स्वच्छ ।-सज्ञा पुं॰ [सं० अक्ष] अचूक achuku -हिं० वि० [सं०] अच्युत । (१) आँख, नेत्र । (२) रुद्राक्ष ।
जो न चूके । ठीक । जो अवश्य फल दिवाए। अच्छः ॥chchhah-लं. प. (1) गुन्द्र । अवश्य निर्दिष्ट कार्य करने वाला । भ्रम रहित । (२) रीछ, भल्लक । (३) स्फटिक । म छद्रिक ।
पक्का | ज़रूर । ( Sur, unfailing) (४) पटेरे । अचेत a.chota-हिं० वि० [सं०] अज्ञान । अच्छकीकसम achchhu-kikayam-सं०
मूञ्छिन । सुन्न होना । चेतना रहित । संज्ञा शून्य । क्ला० मूत्रविहीन कारटिलेज (Hyaline बे होश । (Out of mind or senstis ) .
cartilage ) श्रचेतन chetatila-हिं० संशा पु० ।
6. अच्छटा achchhuri--स. स्त्रो० भुई अचेतनःnchtanah-संत्रिक
श्रामला, भूस्यामलकी (Phyllanthus
nirmi, Linm.) (iyanimati obj.act)जद व्य अचैतन्य :
अच्छतachelhhata-हिमनाए[सं० अवत] पदार्थ ।-हिं० वि० [सं०] Instonsible,
बिना टा हुआ चावल ( Whole rice ). ५.satss बेहोश | संज्ञा होन। मूछिन ।
वि० अखंडिन । चेतना रहिन । अात्मविहीन ।
अच्छ-मल्लः, ग्लुकः achchha-bhullah,-llu. अवेल: chalah-२००वत्रहीन ।नंगा ।
kah-सं०प० १--सोनापाठा (Oroxylum 17 ( Naked, lothless.)
indicum, Tent.) | देवा-भल्लुकः । अचेल पग्मिह achin-prith-हि० पंजा रा०नि०प०१६ । रत्ना०1 २-(Ahar)
पुं० [सं० अचलपरिसह ] अागम में कहे हुए ___ भाल , रीछ । वस्त्रादि धारण करने और उनके फटे एवं पुर,ने । अच्छर्दिका achchhadiki-मं० रोक होने पर भी चित्तौ ग्लानि न लाने का नियम ।
(Vomiting, an enctic) वमन । प्रवेष्ट संधि cheshrau-sathi-सं० त्रि० . छदि। उकाई । वमी । यान्ति। ग. नि. अचल सन्धि (Symarthrosis)
व०२० । अनेष्टा cheshti- सं० स्त्री अटल । स्थिर : अच्छलः nehehhulth-सं० प. निल की (innovable).
लुगदी। तिलकल्क (Paste of smsanum अचैतन्य achuitanya-हिसंज्ञा पु., निश्त्रे.. inmticum) अचैतन्यः achaitanyah-सं० त्रि०, ता, अच्छा ichchha -हिं० वि० [सं० अच्छ-स्वच्छ,
चेतना का अभाव, अज्ञान-हिं० वि० [सं०] निर्मल] [स्त्रो. अच्छो ] मनोहर । सुन्दर ।
श्रात्माविहीन, अज्ञानता, जड़, चेतनारहित । श्रच्छा-विच्छा achchhā-vichchha-हिं० प्रचैन acchaina-हिं० संज्ञा पुं० [सं० = ! वि० [हिं० अच्छा ] (१) दुरुस्त । खामा ।
नहीं+शयन याना ] धाराम न करना, विकलता, चुना हुआ । (२) नीरोग । भला चंगा ।
दुःख, कष्ट । ( Uncomfortable). अन्छिन achchhinna-हिं० वि० [सं०] अच्चेगिडा achchevidi-कना० दुद्धि, रक- छिद्र रहित, जो कटा न हो। अम्बणिहुन ।
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