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अगिन, ना
अगिरटम्-कार्डिफोलियम्
obtained rom th: Sesot एक और पौधा है जो धाम के सेतों में उत्पन्न large s ul castor oil plant) होता है। देखो अगया।
(३) एक हद ६ से १० पुट लम्बा पौधा जो श्रगिन, ना gina, wa हिं. ममा श्रो. हिमालय प्रामाम ब्रह्मा में मिलता है। इसके
[सं०अनि ] [क्रि०अगियाना ] (1) अाग | पत्ते और 'लों में जहरीले रोएँ होते हैं जिनके (२) गोरया वा यया के प्रकार की एक छोटी : शरीर में धंसने से पीड़ा होती है। इसी से इसे चिड़िया जिलका रंग नटला होता है। इसकी : चौपाए नहीं हो । नेपाल शादि देशों में पहाड़ी बोलो बहुत प्यारी होती है । लोग इसे काड़े मे लोग इसकी झल से देशे निकाल कर गरा ढके हुए पिंजरे में रखते हैं। यह हर जगह पाई !
नानक मोटा कपड़ा बनाते हैं। जाती है। (A biida sort of lark )
(४) जल धनियां । । (३). एक प्रकार की बाप जिसमें नीबू की सी (५) पक्षी विशेष । A bird (anti मीसा हक रहती है। इसका तेल बनता है।।
नता है । aggiya) अगिया वास । नीली चाय । यज्ञ कुश। .. (६) घोड़ों और बैलों, का एक रोग। संवा नो [.. अंगारिका ] ईग्व के ऊपर (७.) एक रोग जिसमें पैर में पीले पीले छाले. का पतला नीरस भाग । अगोरी !
पड़ जाते हैं। . अगिन-बाल agini-ghara-अगिया घास : अगिया वैताल htiyi.builāla-हिं० संज्ञा
रोहिप । भूवण (Andropogo Schee. पु( स० अग्नि,, प्रा० अग्नि+ताल ).. itmthus, in.)
(Ignis fatuus, Will-o'-the-wisp) अगिन बाय upina-lyan हि पु0, (1) . दलदल में या तराई में इधर उधर घूमते हुए
अशा (thu faler in horse ) रोगः .. .स्फरस (स्फर ) के शो दर से जलते विशेष (२) मनुप्य में फामान्मी निकलने लुक के समान जान पड़ते हैं। ये कमी कभी की बीमारी (
A ruptive distias im कबरिस्तानों में भी *धेरी रातमें दिखाई देते हैं। 1 .)।
सहाबा ! अगिन-5ना gina-yuti F०, वम्ब० दाद , अगियाना agiyanā-हिं.. कि० अ० [सं.
नारी,जंगली महडी-हि. । (imm.hin अग्नि ] जल उप्रना । गरमाना । जलन वा दाह ,
baccifra, lin.) ई० मे० मे . युक्र होना । श्रगिनाला गडी.pini-ligadi-चन्दा० फला- : अगिरः agitah-सं० पु. चित्रक का पेड़ गिनी इरिनपली-हिं० । ( kahistiris ' ( 1Plumbago Zlsmicum, Ling. ). gramilaris, Lin.) इं० मे० मे०। . जटा०
. अगिया giya-
हिका० स्त्री० [स. अग्नि : अगितम् अश्वेटिकम् agrantum arjuati. प्रा० अग्गि] (1) ग क ! कारकी घास जि.प में
, norb.-ले. बड़ी किश्ती | इं० हैं। नी की मी सुगन्धि निकलती है और जिससे तेल गा० । बनना । यह दवाओं में भी पड़ती है । अगिया अगिरेटम्-कानिॉइडोज़ agoat.tumh consधाम । रोहिप दृण । भोली चाय । यज्ञ कुश । roides, Lin. देखो-अगिरेटम् कार्डिफोलियम् (Atropogon.cchananthus, अगिरेटम्-कॉर्डिफोलियम् goraa.tkm Cl1Lim.)
lifolium, 22..)-ले?) उचण्टी-बं० । (२) एक स्वर वा धाम जिसमें पीले फल लगते । ओसवी-बम्ब० । सहदेवी भेट । फॉ० ६.२ हैं और जो खेतों में उत्पन्न होकर कादों और भा० । ई मेला | पश्चिम भारत में होने ज्वार के पौधों को जला देती है। इसी नाम का वाली एक वनौषधि है । गुग्ग--कृमि नाशक है।
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