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अग्रवाल जाति की उत्पत्ति की एक प्राचीन जाति है । मेरा खयाल है, कि ये प्राचीन आर्जुनायन गण के प्रतिनिधि हैं, जिनका जिक्र प्राचीन भारतीय साहित्य में अनेक स्थलों पर आता है।
६. रोहतगी या रस्तोगी उत्तरी भारत की एक प्रसिद्ध जाति है । इनका पेशा मुख्यतया व्यापार है। इस जाति का उद्भव महाभारत में वर्णित रोहतक गण से हुवा प्रतीत होता है । यह गण पंजाब के दक्षिण पूर्वी भाग में स्थित था । आजकल वहीं रोहतक नामका प्रसिद्ध नगर है । रोहितक और रोहतक एक ही जगह के नाम हैं । कुछ रोहतगी रोहतक से ही अपना निकास भी मानते हैं । यह सर्वथा सम्भव है, कि आजकल के रोहतगी प्राचीन रोहितक गण के प्रतिनिधि हों। ये 'आग्रेय' व अग्रवालों के पड़ौसी थे। इन दिनों भी ये दोनों जातियां व्यापार तथा आचार-विचार की दृष्टि से बहुत अधिक भेद नहीं रखती हैं।
७. पंजाब की एक महत्वपूर्ण व्यापारी जाति अरोड़ा है । ये लोग प्रधानतया मुलतान तथा उसके आस पास के जिलों में बसते हैं । सम्भवतः, ये ग्रीक लेखकों द्वारा वर्णित अरट्रियोई ( Aratrioi या Adraistai ) गण के प्रतिनिधि हैं । यह गण पंजाब के दक्षिण-पश्चिमी भाग में ही स्थित था। महाभारत में शायद इसी को आरट्ट लिखा गया है।
1. K.P Jayaswal ,Hindu Polity, I. p. 124 2. महाभारत ३,२५४,१५२५६ 3. MeCrindle,Alexander. p.116 4. महाभारत ६,८५,३६६४
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