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चौथा परिशिष्ट भारतीय इतिहास के वैश्य राजा
भारत के प्राचीन इतिहास में बहुत से राजा हुवे हैं, जिन्हें स्पष्ट रूप से वैश्य लिखा गया है। पुराणों की वंशावलियों में केवल वैशालक वंश ही ऐसा है, जिसे वैश्य वंश कहा जा सकता है। पर बाद के इतिहास में अनेक ऐसे वंश आते हैं, जिन्हें विविध लेखकों ने वैश्य लिखा है । इनमें मुख्य मगध का गुप्त वंश, स्थाएवीश्वर ( थानेसर ) का वर्धन वंश और चम्पावती का नाग वंश हैं।
मंजुश्रीमूल कल्प नामक जो बौद्ध ऐतिहासिक ग्रन्थ उपलब्ध हुवा है, उसमें विविध राजाओं की जाति साथ में दी गई है। उसके कुछ उद्धरण हम यहां देते हैं
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