________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir आ० ह० करः // नमोभगवतेतुभ्यंविष्णवेप्रभाविष्णवे // 118 // ममेद मर्थ्यप्रतिगृह्णदेवदेवाधिदेवायनमोनमस्ते ।।११९||श्रीसूर्याय सांगायसपरिवारायश्रीसूर्यनारायणायेदमय॑म् // हिमनाय तमोघ्नायरक्षोनायचतेनमः // कृतननायसत्यायतस्मैसूर्यात्म नेनमः // 120 // जयोजयश्चविजयोजितप्राणोजितश्रमः मनोजवोजितक्रोधोवाजिनःसप्तकीर्तिताः // 121 // हरित हयरथंदिवाकरंकनकमयांबुजरेणुपिंजरम् // प्रतिदिनमुदयं : नवनवंशरणमुपैमिहिरण्यरेतसम् / / 122 / / नुतंव्याला प्रबा धंतेनव्याधिभ्योभयंभवेत् // ननागेभ्योभयंचैवनचभूतभयं कचित् / / 123 // अग्निशत्रुभयनास्तिपार्थिवेभ्यस्तथैव च।।दुर्ग तितरतेघोरांप्रजांचलभतपशून् / सिद्धिकामोलभेतसिद्धिंक न्याकामस्तुकन्यकाम्॥एतत्पठेत्सकौंतेयभक्तियुक्तेनचेतसा // 125 // अश्वमेधसहस्रस्यवाजपयशतस्यच॥कन्याकोकोटि For Private and Personal Use Only