________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir **** पतिः // 64 // एषएवप्रजानित्यंसंवर्द्धयतिरश्मिभिः॥ एष यज्ञःस्वधास्वाहा हीःश्रीश्चपुरुषोत्तमः // 65 // एषभूता त्मकोदेवःसूक्ष्मोव्यक्तःसनातनः॥ ईश्वर सर्वभूतानांपरमेष्ठी प्रजातिः // 66 // कालात्मासर्वभूतात्मावेदात्माविश्वतोमु खः // जन्ममृत्युजराव्याधिसंसारभयनाशनः // 67 // दा रिद्यव्यसनध्वंसीश्रीमान्देवोदिवाकरः // विकर्तनोविवस्वां श्रमार्तडोभास्करोरविः // 68 // लोकप्रकाशकःश्रीमाँल्लोक चक्षुर्घहेश्वरः // लोकुसाक्षीत्रिलोकेशःकर्ताहर्तातमिस्रहा // 69 // तपनस्तापनश्चैवशुचिःसप्ताश्ववाहनः // गभस्ति हस्तोब्रह्मण्यःसर्वदेवनमस्कृतः॥ 70 // आयुरारोग्यमैश्वर्य नरानार्यश्चमंदिरे // यस्यप्रसादात्संतुष्टिरादित्यहृदयंजपेत् / // 71 // इत्येतैर्नामभिःपार्थआदित्यंस्तौतिनित्यशः // प्रा तरुत्थायकौंतेयतस्यरोगभयंनहि // 72 // पातकान्मुच्य : ************* For Private and Personal Use Only