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एतद्भिन्नाः अमरदत्त - काव्य- गङ्गाधर- चन्द्रगोमि- तारपाल - दामोदर - धर्मदास-बोपालित - भागु. रि-भोगीन्द्र - मक्कल - मार्तण्ड - रन्तिदेव - रभसपाल - राजशेखर-रुद्र- वाग्भट - वाचस्पति- वामनविक्रमादित्य - विश्वरूप-व्याडि - शुभाङ्क - सज्जन- साहसाङ्क - हट्टचन्द्र - हर - इत्यादिकृताः कोषाः, अमरमाला - असालतिप्रकाश- आनन्दकोष - एकवर्ण संग्रह - एकाक्षरकोष - उत्पलिनी - ऊष्मविवेक - कल्पतरु कोष-ग्रहाभिधान-जकारभेद - दण्डिकोष - धन्वन्तरिनिघण्टु - नक्षत्राभिधान - नानार्थमञ्जरी - पद्मकोष-वकारभेद - बीजकोष - बृहदमरकोष - महाखण्डनकोष - राजकोषनिघण्टु - लिङ्गप्रकाश-वर्णप्रकाशकोष - वात्स्यायनकोष - शब्दतरङ्गिणी - शब्ददीपिका - शब्दरत्नसमुच्चय- शब्दसारनिघण्टु - संसारावर्त - सकलग्रन्थदीपिका - सकारभेद - संजीवनी - सन्मुखवृत्तिनिघण्टु-सरसशब्दसरणि- सरस्वतीनिघण्टु - साध्यकोष - सारस्वताभिधान- हनुमन्निघण्टु-प्रभृतयः कोषाश्च सन्तीति श्रूयते । ते येषां सज्जनानां संग्रहे सन्ति, ते तेषां प्रेषणेनास्मानुपकुर्वन्त्वित्यर्थना
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अभिधानसंग्रहकर्तॄणाम् ।