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अभय-रत्नसार।
७०६ ज्यादा देरतक नहीं रखना चाहिये। यदि चारछःया आठ घड़ीबाद खाना हो, तो ठंडे पानीके बर्तनमें रसवाला बर्तन रख देना चाहिये और ऐसी जगह रखना चाहिये, जहाँ गरमो न लगे। आदा-नक्षत्रके बाद तो आमका खाना छोड़ ही देना चाहिये। ___ १०, पापड़ -सेकें हुए पापड़ दसरे दिन बासि हो जाते हैं। घी या तेलके तले हुए पापड़ दूसरे दिन खासकते हैं।
११, चटनी-धनिये और पुदीनेकी चटनीमें सेके हुए चने या गाँठिया आदि डाल कर जो चटपटेदार चटनी बनायी जाती है। वह जिस दिन बने उसी दिन भक्ष्य है । दूसरे दिन नहीं। नीबू, करौंदी, धनीया, पुदीना आदि चीजोंकी चटनीमें यदि किसी तरहका अनाज न पड़े तो भक्ष्य है। भरसक तो चटनी रोज ही ताजो बना कर खानी चाहिये।
१२, मसाला-ओटे या मेथीके साथ बनाया
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