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142 Upanişads
[ui. कठोपनिषद्
Kathopanişad No.211
18(2).
1916-18. Size.- 9} in. by skin. Extent,- 9 leaves ; 11 lines to a page ; 25 letters to a line. Description.- Country paper; Devanāgari characters; hand
___writing bold clear, legible and uniform ; complete. Begins.- fol. rb
श्रीगणेशाय नमः॥
ॐ सहनाववतु ॥ सह नौ भुनक्तु ॥ सहवीर्य करवावहै ।। etc. Ends.- fol. 9
· इति श्रीकठवल्ली उपनिषत्म द्वितीयाध्यायस्य तृतीया वल्ली समाप्ता ॥ सहनाववतु ।। सहनौ भुन कु ॥ सहवीर्य करवावहै ।। तेजस्विनावधीतमस्तु मा विधिषावहै ॥ ॐ शांतिः शांतिः शांतिः ॥
इति कठकोपनिषत्समाप्तः शुभं भवतु ॥ ..
कठोपनिषद
Kathopanisad
30 (4). No. 212
A 1881-82. Size.— 91 in. by 3 in. Extent.- follo 136 to 29°; 5-6 lines to a page ; 28 letters to a line. Description. - See No. Á 1881-82. *
_30 (1). Kaivalyopanisad. Begins.- fol. 13
ॐ उशन्ह वै बाजभवसः सर्ववेद संददौ तस्य ह नचिकेता नाम पुत्र आस | etc. folk इति प्रथमा वली । fol. 211 इति द्वितीया बल्ली। fol. 3' इति तृतीया बल्ली ॥ इति पूर्ववल्ली समाप्ताः॥ folhas' इति चतुर्थवल्ली॥