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पिङ्गलभाषाप्रबन्ध
No. 156
Size 8 in. by 41 in.
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Extent – 38 leaves; 10 lines to a page ; 28 letters to a line.
Description
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Age – Samvat 1917.
Author - Unadadasa. Subject - Chandas.
Chandas
Begins – fol. 1a
Modern paper; Devanāgarī characters; new in appearance; handwriting clear, legible and uniform; borders of the first nine folios ruled in double red lines; the Ms. contains Adhyāyas 1–8.
॥ ६० ॥ श्रीगणेशाय नमः ॥
अथ भगवंत पंगलभाषा उनडदासकृते प्रथमछप्पै ॥
उदरहि अति उदार भोजनं मोदक भावत सीस चढे सिंदूर सिद्धबुधपास सुहावत गधरितनय सुग्पांनध्यांन संकरउरधारन सेवक सुषदसुजन यांन अनुमान बधारन
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सुढालभालइंदु ब्यालउर एकरदन बारनबदन ।
fol. 136 fa Ends - fol. 370
Pingalabhāṣāprabandha
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कहउ दासउनड करुनाकरहु भव संकट हर भवनुतन १ etc.
fol. 64 इति श्रीभगवतपंगले भाषाप्रबंधे अष्टप्रकारे मन्साभेद उनडदासकृते ● नाम प्रथमो अध्याय संपूर्ण ॥ १ ॥
दुतियोध्यायः ॥ २ ॥
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1895-1902
दास उनडता तनुजहें भाषा में कुछ भाव भगवंतपिंगलछंद भनंहरिबिसेन्वितचाव २५ संवत जांन अठारसो तापर पांसठदिन शुकलपप श्रावणबिषें पुनमी शनिपरबीन २६ श्रवन नछत्र सुजन सुन सोभनजोगसोहाय भगवंत पंगलतबभयो दासउंनडसुषदाय २७ परयाको नित उठ पढे बहुविध छंदविलास कीरत देसबिदेस कह अंत हि बैकुंठवास २८