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Metaphysics etc. : Svetambara tworks
आगमसारोद्वार बह पोल। reap romment etc. as in No. 126. This is foHowed by the lines # wider :
काहर)यौ इहां सहाय अति दुर्गदास शुमति॥ समझायन निज मित्रको कौनो ग्रंथ पवित्त ॥ १२॥ धर्ममित्र जिन(धर्म)रस(न) भविजन समाकतवंत ।। शुद्ध अमरपद ओलपमण ग्रंथ कीयो गुणवंत ॥१६॥ तत्वज्ञानमय ग्रंथ यह जो बालाबोध ॥ . निज पर सत्ता सब लषै श्रोता लहै भबोध ॥१४॥ ता कार(ण) देवचंद्र मुनि कीनी भाषाग्रंथ ॥ भणसी गुणसी जे भविक लहसी वे शिवपंथ ॥ १५॥ कथक शुद श्रोता रुचि मिलज्यो पसंयोग । तत्वाग्यान श्रद्धासहित बली काया नीरोग।१ परमागमस्यु राचयो लहस्यो परमानंद ॥ धर्मराम गुरुधर्मस्युं धरज्यो ए सपद १७॥ अंथ कीयो मनरंगस्युं सित पर फागुण मास ॥
भोमबार असतीज तिय सफल फली मनास ॥१८॥ इति श्रीआगमसारोद्धारग्रंथ देवचंदजीकृतः 'खरतर यो बाला... बोध कहा संपूर्णम् ॥ संवत् १८९८ वर्षे मीती आसाइबाद सेना
हवा शनिवारे। N. B.- For further particulars see No. 126.
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आगमाहातरिका ..
.Agamastotralia. नाममअत्तरिया)
( Āgária-arkhutterstoty No. 128 Size.— qof in. by 44 in. Extent.-2 folios ; 21 lines to a page ; 45. letters to a line. ***
I This is named as Aguma-asfottant in Jiu 27 II.LP.I
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