________________
Jaina Literature and Philosophy
[7rt.
(1) नवतत्त्वविचासारोद्धार (2)
वृत्तिसहित leaves 42 to 556 (2) परिग्रहप्र( ? परि )माण , 56,, 58b (3) महावीरकलश
, 58° ,, 61 (4) परिग्रहप्रमाण (श्रीसिद्धार्थ०) ,, 61*,, 660 (5) जन्माभिषेक
,, 66° ,, 68 (6) गुरुस्तुति
,, 68 ,, 700 (7) यतिस्तुति
,, 70° ,, 7I (8) पौषधविधि
,, 710,, 730 (9) मन्ह जिणाणं सज्झाय (स्वाध्याय), (10) प्रश्नोत्तररत्नमालिका , 74°,, 760 (1) धर्मलक्षण
, 77* ,, 78 (12) चतु-शरण (13) अष्टादशपापस्थान (14) साकारप्रत्याख्यान , 80° ,, 8" (15) जिनभवनादि (16) राजप्रश्नीयसूत्रावतरण (17) योगशास्त्र
,, 83°,, 122 (18) वीतरागस्तोत्र
,, 122° ,, 139 (19) भक्तामरस्तोत्र (4+ verses) ,, 139 ,, 1450 (20) प्रशमरसंपद्य
leaf. 1456 ( 21 ) भयहर(नमिऊण स्तोत्र (23 verses)
leaves I45,, I481 (22) वर्धमानस्तव
148* ,, ISO(23) त्रिषष्टिध्यानकथानककुलक ,, I50° ,, IS4 (24) भयहरस्तोत्र ( 14 verses) ,, I540 ( 25 ) चतुर्विंशबुद्धातिशयस्तोत्र ,, I56° ,, 158 (26) अजितशान्तिस्तव
(40 verses) , 158,, 164 (27) क्षेत्रसमास ___ , 164° ,, I74 (28) एकविंशतिस्थानक
(चषणविमाणा) , 174, 18-*
" 81*,, 82,, 82
1560