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भागामी योजना
सम्मेलन के हिन्दी संग्रहालय का हस्तलिखित ग्रंथ-विभाग उत्तरोत्तर अधिकाधिक उपयोगी सिद्ध हो सके और उसका सर्वांगीण प्रसार हो, इस लक्ष्य की पूर्ति हेतु हम, भारत के प्रमुख ग्रंथालयों में एवं व्यक्तिगत लोगों के पास सुरक्षित, उन दुर्लभ पोथियों को फोटो कापी कर के प्राप्त करेंगे जो हमारे संग्रह में नहीं हैं। इस कार्य के लिए हमने एक लाइका कैमरा का प्रबन्ध कर लिया है।
प्रस्तुत सूचीग्रंथ के बाद प्रत्येक भाषा की पोथियों का विस्तृत विवरण हम अलग-अलग खंडों में प्रकाशित करेंगे। इन खंडों में एक-एक पोथी के संबंध में यथेष्ट सूचनाएं संकलित रहेंगी।
यह गुरुतर कार्य तभी सुचारु रूप से संपन्न हो सकता है, जब संबंधित व्यक्तियों, ग्रंथ-स्वामियों और देश के विद्वानों का सहयोग हमें मिलता रहेगा। हम भविष्य में ऐसा भी यत्न करेंगे कि मूल्य लेकर अपनी हस्तलिखित पोथियों को देने वाले सज्जनों से उनकी पोथियां ऋय कर सकें। .
___ हस्तलिखित पोथियों और प्राचीन कलाकृतियों के संरक्षण के लिए अपनी सरकार की योजना का हम हृदय से स्वागत करते हैं, और आशा बनाए हैं कि यथाशीघ्र ही सरकार इस देशव्यापी राष्ट्रीय महत्व के कार्य में क्रियात्मक रूप से प्रवृत्त होगी।
रामप्रताप त्रिपाली सहायक मंत्री