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भाग-२
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460- सि. 189-90/ मोतीकपासिया संवाद | Moti-Kapasiya Samvada]
अज्ञात
2प्र.
462
463
सि.गु.906 | मोहमद राजा की कथा | Moha-marda Raja kr ,, (गुरुगोविद की ,
Katbā | आज्ञा से) बा. 1 39 | युगादि देशना Yugādi Des'anā सोम मण्डनगणि d/o,
मुनि सुंदर सि. 191 | योग शास्त्र
Yoga S'astra
हेमचन्द्रा चार्य
464
465
बा. 140
466
चौ. 64
Ratnasa muccaya
संकलन
मू+ट (प.ग)
प्रा.मा.
467 | B-327 रत्नसमुच्चय
सि. 192 सि.गु.-889 रांचाबत्तीसी बा. 100
Rāmcā Battisi
रांचा
471
472
बा. 142 | रात्रि भोजन पाप विचार Ratribhojana Papa
Vicāra B-635 लेट्याकषायादि निरूपण | Les'ya Kasayadi
Nirupaņa सि. 193 | वर्द्धमान देशना Vardhamāna Des'anā
संकलन
प्रा.मा.
473
राजकीत्ति do | रत्नलाभ खरतर
474
चौ. 65
475
वार्ता विचार
Vārtā vicāra
476
बा. 143 | वास (?) योग्य स्थाने | Vasa yogyasthane
B-1005 | विचार पंचाशिका
Vicāra Pañcās’ikā
। आनंदविमल शिष्य मू+ ट(प. ग) : प्रा.मा.
478 | B-1106
479
बा. 144 | विचार संग्रह
Vicāra Samgraba
सोमसुन्दरसूरि
3 प्र.
480-2 B-933, ,
944,1071 सि. 194 | विरह द्वार
Viraba dvāra
484
B-गु. 1 | विवेक मञ्जरी
Vivekamañja:T
| सि.न. 927| विवेक (विमेक)वार्ता री | Viveka Varta Nisant
निशाणी 486 - B--976 | विवेक विलास
Viveka Vilasa
जिनदत्तसूरि
मू+बा (प.ग)| सं.मा.
487
चौ. गटका 4वैराग्य बावनी ।
Vairagya Bavant
| वैरागी
मा.