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भाग-जैन भक्ति व क्रियाका
1
2
3
3A
206
चौ. 97 पार्श्व स्तवन (अंतरीक्ष) Pars'va Stavana
al
प
विनयराज d/
ललित कीर्ति
207
208
,920
,,,, (गौड़ी)
जिन इन्द्र
209
B-840
210
सि. 341
नेमविजय
211
बा. 276
, , (गौड़ी वृद्ध) ,, ,, (गौड़ी)
अनोपचंद do
क्षमाप्रमोद प्रीति विमल
212
बा. 277
213
, , (..)
214
राजकवि
,, ,, (देसंतरी) ,, ,, (निशाणी)
215
चौ.96
| जिनहर्ष
216
सि.
स 340
" " (..)
217
,, ,, (पंचकल्याण)
218
सि.गु. 911
, (भटेवा+महि
मदाबाद) ,,, (भाव पूजा)
उत्तमविजय do |
खुशालविजय जिनहर्ष do |
. शांतिहर्ष ज्ञानविमल
219
सि. 342
220
सि.गु. 883,,
, (भीनमाल)
पद्मसूरि
(रणथंभौर)
कुशललाभ
B-899 (मगसी)
सि.गु. 889] , , 223-4 सि. 343, , ,, (स्तंभना) 2प्र. बा. 278
" , (..)
___ गु. 881
| चौ गु. 4 | 227
B-374
तेजपालd/o
कर्णशीश तपा ऋद्धिहर्ष
B-747
संकलन
228
" , +देवी स्तोत्र 229-30 सि. 338-9| पाश्वनाथ सिलोको 29. Pars'vanātha Siloko
जोरावरमल
231 | सि. 347 | बारह व्रत पूजा
Bāraha Vrata Pajā
वीरविजय
232 | सि. 349 | भक्तामर
Bhaktā mara
मानतुङ्ग /
| मू+अ (प.ग.)
सं.