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विभाग ३ आ-स्तवन, स्तुति, स्तोत्रादि भक्ति साहित्य
107
8A
10
2
26 x 12*16x38
| सं. 6 ढालें
20वीं
1762 सूरत कृति
तीर्थंकर भक्ति+
जानकारी मक्ति
| 26 x 13*15x30
19वीं
, ज्योतिष परक
4
26 x 12*11x24
1956
26X12*10x26 || सं. 35 गा.
1956 अजीमंगज लालचंद
, , जीवा
, आवश्यक
33x22*54x32
,, 5 ढाल 21 पद
मक्ति
3 | 26x12*14x35
13स्तवन+2 स्तृ.
1916
7+3 | 24x11*7x22
देवीभक्ति
24x11*14x44
, अतिरिक्त नकल 1982 स्वर्णाक्षरी एक ओर
3 पन्नों में ,, 9 श्लो. वृति ग्रं. 500/ 1886 व्यालपुर विवेकसागर 12 ..(तेरहवी
सदी) कृति 18वीं
22X10*14x40
16x19*1921
,, 26 श्लो. पन्ने 59-61
2009 पाटण
प्रचलित से भिन्न
25x12*13x44
1988 सूरत वल्लभ जोशी
| 25 x 12*15x45
0X45
, 33 श्लो.
1831 मांगरोल नैणसी सहपूजा 11 श्लो
24x11*11x36
,, 21 श्लो.
19वीं
25x12*12x35
, 16 श्लो.
, उदयपुर रतनचंद .
बैंकर भक्ति
10.
1887
। तिथि अनुसार
26 x 11*17x48 | 26 x 11*17x48 24x12*14 x 28
, 35 गा.
1888 श्रीनगर गुमानविजय
बकर भक्ति
।
20x10*9x30
। अ. 36 गा. सं. 7 गा. | 20वीं
"
मंत्र
28x12*9x40 .36श्लो.+] ऋषभ स्त- 1898 बोरसद विवेकसमुद्र
वन प्राकृत में सोमसुंदर कृत 26x12*10x28 | सं. 33 श्लो.
20वीं सह 1 स्त. 32 गा.मा. में
लब्धि रुचिकृत है 20x14*24x17 , 38 श्लो. पन्ने 113-5,,
25x11*9x28
,, 9 श्लो.
1940 जैसलमेर केशरीचंद
26 x 12*15x47
,9+7 श्लो .
19वीं
21x11*13x27
,,9+6 श्लो.
20वीं.
0* | 21x11*13x18 |, 7,7,10,32,9 गा. ।
।