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पाटण श्रीहेमचन्द्राचार्य जैन ज्ञानमन्दिरस्थित तपगच्छ जैन ज्ञानभण्डारना हस्तलिखित ग्रन्थोन सचिपत्र पुस्तकनु नाम पत्र भाषा
कर्ता
लोकसंख्या रचनास. लेखनस, स्थिति लम्बाई-पहोल |
| क्रमाक
उत्तम
१०॥४४ १०x४||
उत्तम
१०11 x ४||
मध्यम
उत्तम
१०x४|| १०।।x ४|| १०।४४।। ९|| ४||
२६००
१६५३ मध्यम
उत्तम
१७२९९ वाग्भटालंकारअवचूरि १७३०० सिद्धहेमशब्दानुशासन लघुवृत्ति तृतीयाध्याय ४३ , हेमचंद्राचार्य
तृतीयपादथी चतुर्थाध्यायपर्यंत १७३०१ सिद्ध०श लधुवृत्ति अवचूरि तृतीयाध्याय ३१ सं० हेमचंद्राचार्य
तृतीयपादथी चतुर्थाध्यायपर्यंत १७३०२ सि०श० चतुर्थाध्यायपर्यंत सूत्रपाठ
७
हेमचंद्राचार्य १७३०३ सि०श०अष्टमाध्याय बृहद्भत्ति सहरे १-४१ .. हेमचंद्राचार्य १७३०४ सि०स०अष्टमाध्याय अवचूरिसह पंचपाठ ३५ .. मूoहेमचंद्राचार्य १७३०५ सि०श० अष्टमाध्याय बृहद्वृत्ति सह ४४ हेमचंद्राचार्य १७३०६ सि०श०सूत्रपाठ पंचमाध्याय प्रथमपाद १०
हेमचंद्राचार्य पर्यत तथा धातुपाठ' १७३०७ सि०श०लघुवृत्ति हुँढिका षष्ठ सप्तमाध्याय ३८(१३७-१७४)
मुनिशेखरसूरि १७३०८ सि०श०लघवृत्ति तृतीयाध्याय तृतीयापादथी २० ., हेमचंद्राचार्य
चतुर्थाध्याय पर्यंत १७३०९ सि०श०अष्टाध्यायी सूत्रपाठ ' ३४ हेमचंद्राचार्य १७३१० सि०श०बृहद्भत्ति द्वितीयाध्याय द्वितीयपाद ६७ हेमचंद्राचार्य
पयन-किचिदपूर्ण १७३११ हेमलिंगानुशासन सावरि पंचपाठ
महेमचंद्राचार्य १७३१२ अभिधानचिन्तामणिनाममाला
हेमचंद्राचार्य १७३१३ सि०श०लघुवृत्ति अवचूरि द्वितीयाध्याय ६५ , हेमचंद्राचार्य
तृतीयपादथी तृतीयाध्याय द्वितीयपाद पर्यंत १७३१४ सारस्वतव्याकरणपंचसंधिपर्यंत
६ , अनुभूतिस्वरूपाचार्य
१०॥x ४||
१०। ४ ४॥
१०11X४|| 201 X YIL १०।। x ४॥
उत्तम
१०x४।'
..आरूयात्य चूल्यवरि २. प्रथम पत्र नची... अवचरि विस्तारीत छे, ४. अपुर्ण ५. रिक्तलिपि चित्र युक्त
पत्र ४५ नधी.
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