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[११३ "लोकसंख्या रचनास. लेखनस, स्थिति लम्बाई-पहोलाई
क्रमाक
पुस्तकनु नाम
पत्र
भाषा
कता
उत्तम
१०।
४।।
..
.,
१०।४४। १०।। - ४ १०।४४
,
१०x४।।
१७२७९ नवतत्त्वप्रकरण भाष्यवृत्ति सह
४९ प्रा०सं० मू०देवगुप्तसूरि भा० अभयदेवसूरि २४०० टी०११७४
टी० यशोदेव उपा० १९२८० श्रावकानुष्ठानविधि - वंदारुवृत्ति ८४ सं० देवेन्द्रसूरि
२७२० १७२८१ श्रावक प्रतिकमणसूत्र वृत्ति सहरे १०४ प्रा०सं० रत्नशेखरसृरि
६६४४, १४९६ १५१२ १८२८२ कर्मग्रन्थषट्क सटीक त्रिपाठ ११९ प्रा०सं० (१-५) देवेन्द्रसूरि स्वोपज्ञ
१६०६
६-मलयगिरि सूरि १७२८३ कादंबरी १४२ स० बाणपलिंद
८००० १६६८ १७२८४ आवश्यकसूत्रनियुक्ति बाला०सह . २१५ प्रा०गु० रत्नशेखरसूरिशिष्य
१५४५० १७२८५ श्रावकानुष्ठानविधि वंदारुवृत्ति सस्त० १४५ , मू०देवेन्द्रसूरि बा०बुद्धदेवकुशल ५९७० १७६६ १७६६ १७२८६ प्रश्नोत्तररत्नमालिका सटीक
३३४ सं० मू०विमलाचार्य टी०देवेन्द्रसूरि ७००० टी०१४२९ १७२८७ षडावश्यक बालावबोध सह५ ८५ प्रा०गु० बा०हेमहंसगणि
१५७५ १७२८८ क्षेत्रसमास बालासह
९९ मरत्नशेखरसूरि बा०दयासिंहगणि ४८६७१५२९ १७९९ १७२८९ उपदेशमाला पकरण बालासह २६७ बा० वृद्धिविजय १७२९० अभिधानचितामणिनाममाला सटीक स्वोपज्ञ
हेमचद्राचार्य स्वोपज्ञ १७२९१
सटीक १.२.५.६ काड १६ .. हेमचंद्राचार्य स्वोपज्ञ १७२९२ अभिधानचिंतामणि शेषनाममाला
हेमचंद्राचार्य स्वोपज्ञ
१४८१ १७२९३ अभिधानचितामणिनाममाला बीजकसह ७३ मू०हेमचंद्राचार्य स्वोपज्ञ ४५७५ बी०१६२७ १७६२
बी०देवविमल १७२९४ एकाक्षरनाममाला
सुधाकलश
५० १४९७ १७२९५ एकाक्षरनाममाला
सुधाकलश १७२९६ कुमारसंभवमहाकाव्यटीका सप्तमसर्गपर्यंत ६९ , मल्लिनाथसूरि १७२९७ वाग्भटालंकार सावचूरि ९-२२ , मू०वाग्भट -
१६२१ १७२९८ वाग्भटालंकार वृत्ति
जिनवर्धनसूरि
१०।।
४।।
१०।४४ १०।। ४।। १०।४४। १०।। ४।।
१०।। ४।।
१०।४४।। अतिजीर्ण १०।। ४।। उत्तम .
१. पत्र २४-२५ नथी. २. 'अर्थ दीपिका वृत्ति', ३. पत्र २४-२५ नथी, ४. बालावबोध कर्ताए लखेली प्रति ५, पत्र ५० नथी पत्र ७६ मु डबल, ६. पत्र १०२-१०३ भेग ७,
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