________________
क्रमांक
पाटण श्रीहेमचन्द्राचार्य ज्ञानमन्दिरस्थित प्रवर्तक श्रीकान्तिविजयजी जैन ज्ञानभण्डारना हस्तलिखित ग्रन्थोनुं सूचिपत्र प्रथमो विभागः पुस्तकनुं नाम
कर्ता
पुस्तकनुं नाम
कर्ता
१२३७१ (३) साधारणजिनस्तवन
१२३७१ (४) अष्टादशचक्रबद्धवीरस्तव १२३७२ (१) नेमिनाथस्तवन
१२३७४ (१) परमात्मद्वात्रिंशिका
१२३७४ (२) चतुस्त्रिशदतिशयगर्भित
१
१२३७२ (२) वीरस्तवन
१ सं. प्रा.
१२३७२ (३) गौतमस्वामिस्तवन
१ सं.
१२३७२ (४) पार्श्वनाथस्तवन
१ सं.
१
सं.
१२३७३ (१) पंचतीर्थंकरस्तुति १२३७३ (२) मङ्गलशब्दार्थमयस्तवन १२३७३ (३) युगादिदेवस्तवन
१ सं.
१ सं.
१२३७३ (४) साधारणजिनकल्याणकस्तुति १ सं.
१२३७३ (५) महावीरस्तुति
१ सं.
१ प्रा.
जिनस्तोत्र १२३७४ (३) गौतमस्वामिस्तवन
१२३७४ (४) वीतरागस्तवन १२३७५ (१) लघुशान्तिस्तव १२३७५ (२) पंचपरमेष्ठिस्तव १२३७५ (३) पंचपरमेष्ठिस्तव १२३७५ (४) घण्टाकर्णमन्त्र १२३७५ (५) गौतमनमस्कार १२३७६
लघुशान्तिस्तोत्र सस्तबक १२३७७ (१) स्तम्भनकपार्श्वनाथस्तोत्र
१२३७७ (२) महावीरस्तोत्र
१२३७७ (३) ऋषभ वर्धमानस्तव
पत्र भाषा
Jain Education International
१
सं.
१ सं. ४. कुलमण्डनसूरि
सं.
१२३७७ (४) अजितनाथस्तव तारणदुर्गमण्डन १
१२३७८ (१) कल्याणकस्तोत्र
१२३७८ (२) गिरिनारस्तवन
१२३७८ (३) अर्बुदाद्विजिनस्तवन
१२३७८ (४) बहुतीर्थस्तवन
१ प्रा.
१ सं.
१ सं.
१ सं.
१ सं.
१ सं. ३. जिनप्रभसूरि १ सं.
१ सं.
३. वज्रस्वामि
१. सं. सं.
सं.
सं.
१
१. सोमसुन्दरसूरि
२. सोमसुन्दरसूरि
३. सोमसुन्दरसूरि
४. सोमसुन्दरसूरि
२ सं.गु. मू. मानदेवसूरि
१ सं. जिनसोमसूरि
१ सं. जिनसोमसूरि
१ सं. जिनसोमसूरि
सं. जिनसोमसूरि
१. आसराज
३ जिनप्रभसूरि १. जैत्रसूरि
१. मानदेवसूरि
क्रमांक
१२३७८ (५) स्तम्भनपार्श्वजिनस्तवन १२३७९ (१) पार्श्वजिनस्तव- क्रियागुप्त सावचूरि पंचपाठ त्रुटक
१२३७९ (२) वीरस्तव - क्रियागुप्त सावचूरि पंचपाठ
२ जुं १२३७९ (३) कल्याणमन्दिरस्तोत्र सावचूरि २-४ पंचपाठ
१२३७९ (४) भक्तामरस्तोत्र सावचूरि
पंचपाठ १२३७९ (५) अजितशान्तिस्तोत्र सावचूरि पंचपाठ
१२३७९ (६) नमिऊणस्तोत्र सावरि पंचपाठ अपूर्ण
१२३८१ (२) सूरिगुणस्वरूपगाथा सटीक
१२३८२
१२३८३
f
१२३८४ (१) नारङ्गपुरमण्डन पार्श्वजिनस्तवन
पञ्चपाठ जिनागमस्तवन सिद्धान्तस्तव सावचूरि
पञ्चपाठ
For Private & Personal Use Only
पत्र भाषा
७मुं प्रा. २ सं.
१२३८० (१) ऋषिमण्डलस्तोत्र
१२३८० (२) परमेष्ठिस्तव
२
सं.
१२३८० (३) मन्त्रस्नानस्तोत्र तथा त्रिपुरान्यास २ सं.
१२३८१ (१) जैनागमस्तव सटीक
३ सं.
पंचपाठ
१ सं.
२जुं. सं. १. मू. चन्द्रशेखर
१२३८४ (२) समवसरणस्थितचतुर्मुखमहावीर स्तव - महावीरशब्दगर्भित १२३८४ (३) सीमन्धरस्तुति १२३८५
कल्याणकस्तुति राजसागरसूरिगुणवल्ली
१२३८६
सं.
सं.
३. मू. सिद्धसेनाचार्य अव. ज्ञानसागरसूरि
४-५ सं. ४. मू मानतुङ्गसूरि
५. मू. नन्दिषेण
५-७ प्रा.
रजुं
३ प्रा.सं.
२ सं. सं.
[ ३४८ ]
२ गु.
२ सं.
२ सं.
१. जिनप्रभसूरि
टी. विशालराजशिष्य
जिनप्रभसूरि
मू. जिनप्रभसूरि अव. विशालराजशिष्य
१. विजयदेवसूरि
२. वीरदेवसूरि
१. सं.
१ सं. सुधासमुद्रसूरि
www.jainalibrary.org